11 करोड़ की लागत से रामगंगा नदी पर बना पुल हुआ धडाम, दिल्ली सहित इन रूटों पर आवागमन बाधित

सोमवार की सुबह यूपी के शाहजहांपुर में जलालाबाद से मिर्जापुर को जोड़ने वाला रामगंगा नदी पर बना कोलघाट पुल का एक हिस्सा अचानक ही धड़ाम होकर गिर पड़ा, जिस कारण पुल से वाहनों का आवाजाही बंद हो चुकी है।अचानक पुल गिरने से बड़ा हादसा हो सकता था, लेकिन गनीमत रही कि कोई दुर्घटना नहीं हुई।

11 करोड़ की आई थी लागत

पुल गिरने की खबर मिलते ही अधिकारी घटनास्थल पर पहुंच रहे हैं। बता दें कि इस पुल निर्माण में 11 करोड़ की लागत आई थी, साल – 2009 में इस पर आवागमन शुरू हुआ था, लेकिन पुल शुरू होने के 12 वर्षो के अंदर ही यह ध्वस्त हो गया। अब पुल निर्माण से जुड़े अफसरों पर कार्रवाई की गाज गिरनी तय मानी जा रही है।

निर्माण में सात वर्ष लगे

शाहजहांपुर में जलालाबाद से मिर्जापुर को जोड़ने के लिए रामगंगा नदी पर वर्ष-2002 में कोलघाट पुल का निर्माण कार्य शुरू किया गया था। इसके निर्माण मे 11करोड़ रूपए की लागत आई थी। इसके निर्माण में सात वर्ष का समय लगा था। पुल निर्माण के बाद 2009 में इस पर आवागमन शुरू हुआ था।

नहीं हुआ कोई क्षति

जब पुल का हिस्सा गिरा, उस दौरान कोई राहगीर नहीं गुजर रहा था। कोलघाट पुल गिर जाने के बाद शाहजहांपुर-दिल्ली मार्ग पर वाहनों की आवाजाही बंद हो चुकी है। अब जलालाबाद से कलान तक पँहुचने के लिए लगभग 60 किमी की अतिरिक्त दुरी तय करके अल्हागंज से होकर आना जाना पड़ रहा है। पड़ोसी जनपद बदायूं का भी रास्ता बंद हो चुक है। कोलघाट पुल गिरने के बाद अफसरों के बीच खलबली मच गई है। वे घटनास्थल पर पँहुच रहे हैं। अब इस मामले में कारवाई तय मानी जा रही है।

पुल में हो गए थे गड्ढे, चलना हो गया था मुश्किल-

कोलघाट पुल अचानक नहीं गिरा है बल्कि दो साल से जगह-जगह पुल मे गड्ढे हो गए थे। इतना ही नहीं, पुल की सड़क का बजरी-कोलतार भी उखड़ गया था, जिसके कारण पुल के कई हिस्सों में कंक्रीट स्लैब में इस्तेमाल की गई सरिया भी दिखने लगी थी। पुल के उत्तरी हिस्से में स्थित चौथे पिलर के पास दो स्लैब के जोड़ वाले जगह पर दरार भी दिखने लगा था। इसके अलावा पुल की रेलिंग भी झुक चुकी है। इन सब कारणों से राहगीरो को काफी परेशानी भी झेलनी पड़ रही थी, स्थानीय लोगों द्वारा इस सम्वन्ध मे शिकायत भी की गई थी, लेकिन इस पर कोई ध्यान नहीं दिया गया।

Manish Kumar