गरीबो के मसीहा कहे जानेवाले अभिनेता सोनू सूद के लिए पिछला हफ्ता काफी मुश्किल भरा रहा। उनके घर पर आयकर विभाग के अधिकारियों ने छापा मारा। दरअसल सोनू सूद पर उनके फाउंडेशन के तहत फंड कलेक्शन और उसके इस्तेमाल को लेकर आरोप लगाए गए थे। लेकिन इन सबके बीच भी सोनू सूद जरूरतमंदों की सहायता करते रहे। उन्होंने कहा कि वे अपने प्रोफेशनल और मानवीय लक्ष्य को लेकर दृढ़ संकल्पित हैं। अभिनेता ने अपने ऊपर लगे सभी आरोपों का साफगोई से जवाब दिया और खुलकर सभी मुद्दों पर बात की।
मीडिया से हुए बातचीत में उन्होंने बताया कि उन्होने इनकम टैक्स ऑफिसर को सारे डॉक्यूमेंट्स जमा करा दिया। उनके पास जयपुर और लखनऊ में एक इंच भी जमीन नहीं है, जैसा कि उन पर लगाए गए आरोप में कहा गया है। उन पर अवैध रुप से विदेशी धन लेने का आरोप लगाया गया इस पर उन्होंने कहा कि फॉरेन कॉन्ट्रिब्यूशन रेगुलेशन एक्ट (FCRA) के तहत कोई भी कंपनी या फाउंडेशन जो तीन वर्ष से अधिक समय से लिस्टेड है वह फंड ले सकती है। उन्होने यह भी बताया कि मेरी संस्था रजिस्टर्ड नहीं है तो मुझे फंड नहीं मिल सकता। क्राउडफंडिग प्लेटफॉर्म के पास फंड है, मैं तो उस प्लेटफॉर्म के लिए मात्र जरिया बना,सारी मदद सीधे क्राउडफंडिंग प्लेटफॉर्म से अस्पताल पहुंच रही जहां जरूरतमंदों का इलाज किया जा रहा है या एजुकेशन के लिए मदद दी जा रही’।
हमारे पास हर एक चीज रिकॉर्ड में है
सोनू सूद ने यह भी कहा कि उन पर एफसीआरए का उल्लंघन करने का जो आरोप लगाया गया है, वह सरासर गलत है, क्योंकि धन भारत या उनके फाउंडेशन में आया ही नहीं। उन्होंने यह भी बताया कि उनके अकाउंट में एक डॉलर या सेंट या एक पैसा भी नहीं आया। जिन जिन लोगों का इलाज उन्होंने करवाया उससे संबंधित सारे डिटेल्स मौजूद है,जैसे हॉस्पिटल, डॉक्टर, यहां तक कि उनके पैन नंबर, फोन नंबर भी। उन्होंने बताया कि ये सारी जानकारियां अधिकारियों को मुहैया कराई गई। सोनू सूद ने कहा कि ” हमारे पास हर एक चीज रिकॉर्ड में है, जैसे हमने किसकी मदद की, कैसे की. हमने सारे दस्तावेज इनकम टैक्स अधिकारियों को सौंप दिया”।
अधिकारी ने कहा – आप जो कर रहे हैं वह अद्भुत है”।
सोनू सूद ने बताया कि जब सुबह-सुबह आईटी टीम उनके घर आई तो उन्हें ताज्जुब हुआ। सोनू सूद आगे कहते हैं कि ” मैं एक अच्छा होस्ट हूँ, मैंने उनका स्वागत किया और उनके काम में पूरा सहयोग किया। मैंने उनसे कहा अगले तीन-चार दिन आप हमारे गेस्ट हैं। आप लोगों ने कई जगह छापे मारे होंगे लेकिन जब आप हमारे यहां से जाएंगे तो कहेंगे ये सबसे शानदार अनुभव था। जब चार दिनों की कार्रवाई के बाद टीम जाने लगी तो मैंने उनसे पूछा तो उन्होंने माना कि अब तक सबसे बेस्ट एक्सपिरिएंस रहा।मैंने कहा मैं आप लोगों को मिस करूंगा तो सबने एक साथ ठहाका लगाया। इसके अलावा उन्होंने मेरे काम की तारीफ करते हुए कहा कि आपके काम के बारे में हमे पता है और आप जो कर रहे हैं वह अद्भुत है”।
सोनू सूद ने यह भी बताया कि वे हैदराबाद में एक चैरिटेबल अस्पताल खोलना चाहते हैं। वे कहते है कि अगले 50 बरस में वे रहें या न रहें जरूरतमंदों का मुफ्त इलाज होते रहना चाहिए, उनके सपने बड़े हैं और इसलिए वे अपने मिशन पर है । उन्होंने आगे बताया कि इसके अलावा स्कूल और अनाथाश्रम को लेकर भी प्लानिंग चल रही है’।