सियासत में लोगों की हमेशा से दिलचस्पी रही है, चाहे वह कहीं की भी हो। और बात जब पश्चिम बंगाल की आए तो लोगों की रूचि थोड़ी और बढ़ जाती है, और इसकी सबसे बड़ी वजह है वहां की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी। ममता को उनके राज्य के लोग प्यार से दीदी कहकर पुकारते हैं। पिछले दस साल से बंगाल की सत्ता की कमान उनके हाथ में है और इस साल वे तीसरी बार हैट्रिक लगाते हुए जीत दर्ज की है और राज्य की कमान बतौर मुख्यमंत्री के रूप में संभाली।
दीदी और बंगाल की सियासत पर हमेशा से चर्चा होती रही है। पश्चिम बंगाल की सियासत के बारे में लोग भले ही गहराई से जानते हों, लेकिन अब भी ज्यादातर लोग ममता बनर्जी की लाइफस्टाइल के बारे में नही जानते हैं। तो चलिए आज हम आपको दीदी कही जाने वाली मुख्तमन्त्री ममता बनर्जी के बारे में कुछ खास बातें बताते है।
बचपन से मां के काम में बंटाती थीं हाथ
ममता बनर्जी का जन्म 5 जनवरी 1955 को कोलकाता में हुआ था। दुर्भाग्यवश ममता बनर्जी के जन्म के कुछ ही वर्षो बाद उनके पिता चल बसे। ऐसे में घर की सारी जिम्मेदारी उनकी मां पर आ गई। ममता बनर्जी ने बचपन से ही आर्थिक तंगी का सामना किया था, मां का सहारा बनने के लिए उन्होंने ने बचपन से ही माँ के काम मे उनका हाथ बटाना शुरू कर दी थीं।
इतनी पढ़ी लिखी हैं दीदी
आर्थिक तंगी के बावजूद ममता बनर्जी ने अपनी शिक्षा से कोई समझौता नहीं की। उन्होने उच्च शिक्षा हासिल करते हुए एलएलबी किया। सबसे पहले उन्होंने कलकत्ता विश्वविद्यालय से एमए की पढ़ाई पूरी की। इसके बाद उन्होंने एलएलबी की पढ़ाई भी की। इसके बाद उन्होने राजनिति में अपना कदम बढ़ाया।
खाने में रखती हैं इन खास बातों का ध्यान
बात ममता बनर्जी अपने खानपान को लेकर बेहद गंभीर रहती हैं। वे ज्यादा तेल और मसालेदार भोजन का सेवन नहीं करती। वे हर रोज़ रोजाना चार-पांच किलोमीटर तक पैदल चलती हैं।
अक्सर नजर आती हैं इस वेशभूषा में
ममता बनर्जी अपने सादे भेषभूषा को लेकर विशेष रूप से जानी जाती हैं। अक्सर वे एकरंगा बॉर्डर वाली सूती साड़ी में नजर आती हैं और साथ में हवाई चप्पल पहना करती हैं। रैलियों से लेकर बड़ी-बड़ी बैठकों में वे इसी भेषभूषा में नज़र आती हैं।
ऐसे आईं राजनीति में
ममता ने अपने राजनीतिक करियर का आगाज कांग्रेस पार्टी के साथ जुड़कर किया। उन्हें पश्चिम बंगाल में साल 1975 में महिला कांग्रेस के जनरल सेक्रेटरी का पद मिला। लेकिन फिर पार्टी से उनका मनमुटाव होने लगा क्योंकि ममता बनर्जी की आकांक्षा इस पद से कहीं ज्यादा थीं। इसलिए उन्होने अलग होकर खुद की राजनीतिक पार्टी तृणमूल कांग्रेस बनाई।
इतनी हे संपत्ति
पश्चिम बंगाल के भवानीपुर में उप चुनाव 30 सितंबर को होनेवाला है, जिसके मुख्यमंत्री ममता बनर्जी मैदान में हैं। इस चुनाव के लिए उन्होंने नामांकन पत्र भरा, जिसमें उन्होंने जानकारी दी कि उनके पास सिर्फ 69 हजार 255 रुपेय कैश ही मौजूद है। वहीं, एफिडेबिट के मुताबिक, उनके अपने एक बैंक खाते में 12 लाख 2 हजार 356 रुपये हैं। जबकि कुल बैंक बैलेंस में 13 लाख 53 हजार 356 रुपये दिखाया गया है।इसके साथ -साथ ममता बनर्जी के पास ज्वेलरी सिर्फ 9 ग्राम है। इसकी कीमत मौजूदा समय में 43 हजार 837 रुपये है।