World Largest Virat Ramayan Temple In Bihar: बिहार के साथ-साथ पूरे देश को एक ऐसे विशाल तीर्थ स्थल की सौगात मिलने वाली है, जिसकी चर्चा वैश्विक स्तर पर होगी। पूर्वी चंपारण के केसरिया चकिया पथ पर स्थित कैथवलिया बहुआरा में विराट रामायण मंदिर के निर्माण कार्य का शुभारंभ 20 जून से होने वाला है। बता दें इस मंदिर को साल 2025 के सावन महीने तक तैयार करने और इसमें विश्व की सबसे बड़ी शिवलिंग की मूर्ति को स्थापित करने का लक्ष्य रखा गया है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक इसी साल के अंत तक मंदिर पूरी तरह से बनकर तैयार हो जाएगा। इस बात की जानकारी खुद महावीर मंदिर न्यास के सचिव आचार्य किशोर कुणाल के द्वारा साझा की गई है।
बिहार में बनेगा विराट रामायण मंदिर
आचार्य किशोर कुणाल ने मीडिया से बातचीत के दौरान मंदिर के निर्माण से जुड़ी जानकारी साझा करते हुए काफी कुछ बताया। उन्होंने कहा कि मंदिर के 12 शिखरों का निर्माण किया जाएगा। इनकी साज-सज्जा 2023 तक संभावित है। मंदिर को तीन मंजिला स्तर में बनाया जाएगा। इसमें प्रवेश के बाद सबसे पहले गणपति जी के दर्शन होंगे और इसके बाद काली ग्रेनाइट की चट्टान से बने 33 फुट ऊंचे और 33 फुट की गोलाई में बने 210 टन वजनी विश्व के सबसे बड़े शिवलिंग के दर्शन होंगे। इसके लिए महाबलीपुरम में 205 टन की काली ग्रेनाइट पत्थर की चट्टान को तराश कर खास तौर पर शिवलिंग के साथ सहस्त्रलिंगम तैयार किया जा रहा है।
साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि इतने वजन के शिवलिंग को लाने के लिए चकिया से कैथवलिया की 10 किलोमीटर लंबी सड़क और पुल पुलिया के चौड़ीकरण और सुधार का अनुरोध राज्य के मुख्यमंत्री व पथ निर्माण मंत्री को भेज दिया गया है। मालूम हो कि आठवीं शताब्दी के बाद सहस्त्र लिंगम का निर्माण भारत में नहीं हुआ है। ऐसे में इस खास मौके पर मंदिर निर्माण करने वाली एजेंसी भी वहां मौजूद रहेगी। इस मंदिर का नजारा वैश्विक स्तर पर लोगों को आकर्षित करेगा।
जानकारी के मुताबिक विराट रामायण मंदिर में साढे दस सौ टन स्टील से 3102 फिल्मों का निर्माण किया जाएगा।इसके पाइलिंग कार्य में 15000 क्यूबिक मीटर कंक्रीट की खपत भी होगी। निर्माण के लिए लगने वाली सामग्री महावीर मंदिर की ओर से उपलब्ध कराई जाएंगी। रामायण मंदिर निर्माण समिति के सचिव ललन सिंह का कहना है कि 10 सालों के निरंतर प्रयास से जमीन का प्रबंध कार्य संपन्न हो गया है। विराट रामायण मंदिर अयोध्या के जनकपुरी तक बन रहे राम जानकी मार्ग पर अवस्थित है।
270 फीट ऊंचा होगा विराट रामायण मंदिर का शिखर
इसके अलावा आचार्य कुणाल किशोर ने इस मंदिर के क्षेत्रफल से जुड़ी जानकारी भी साझा की। उन्होंने बताया कि मंदिर का क्षेत्रफल 3.67 लाख वर्ग फूट का होगा। इसमें सबसे ऊंचा शिखर 270 फुट का होगा। साथ ही इसमें 198 फुट का एक, 180 फुट के 4, 135 फुट का एक और 180 फुट के 5 शिखर बनाए जाएंगे। मंदिर की लंबाई 1080 फुट और चौड़ाई 540 फुट की होगी। इस निर्माणाधीन मंदिर में शैव और वैष्णव देवी देवताओं के कुल 22 मंदिर स्थापित किए जाएंगे। मंदिर का निर्माणकार्य करीबन 120 एकड़ जमीन पर किया जाएगा, यहां आश्रम, गुरुकुल, धर्मशाला सहित कई खास सुविधाएं भी दर्शनार्थियों के लिए मौजूद होंगी।
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