UPSC Topper: बिहार की बेटी गरिमा बनीं UPSC सेकंड टॉपर, पिता की मौत के बाद माँ ने पढ़ाया और अफसर बिटिया बनाया

UPSC Topper, UPSC 2022 2nd Topper Garima Lohia: देश की सबसे कठिन परीक्षा यूपीएससी सिविल सेवा में दूसरा स्थान हासिल कर बिहार के बक्सर के बेटी गरिमा लोहिया ने अपने जिले राज्य और परिवार का नाम रोशन कर दिया है। मंगलवार को आए यूपीएससी के रिजल्ट के बाद यूपीएससी टॉपर गरिमा लोहिया और उनके परिवार को बधाई देने वालों का तांता लगा हुआ है। हर कोई गरिमा की कामयाबी को लेकर चर्चा कर रहा है।

यूपीएससी टॉपर गरिमा की मां ने अकेले की है परवरिश

बिहार के बक्सर की गरिमा लोहिया यूपीएससी में सेकंड टॉपर बनी है। गरिमा लोहिया ने अपनी कड़ी मेहनत के बाद कामयाबी का यह मुकाम हासिल किया है। दरअसल गरिमा के पिता की मौत काफी पहले हो गई थी, जिसके बाद उनकी मां ने अकेले ही मुसीबतों का सामना करते हुए अपनी बेटी को ना सिर्फ पाला, बल्कि उसकी पढ़ाई का भी पूरा ख्याल रखा। गरिमा ने भी मां की उम्मीदों को कामयाबी के मुकाम को छूकर पूरा कर दिखाया है। गरिमा की कामयाबी से उनकी मां के साथ-साथ सभी सगे संबंधियों में भी खुशी की लहर दौड़ पड़ी है।

Garima Lohia

मालूम हो कि यूपीएससी 2022 के नतीजे मंगलवार को जारी किए गए। यूपीएससी की परीक्षा में टॉप 4 पर अपनी जगह बनाने वालों में लड़कियों ने बाजी मारी है। इस दौरान जहां यूपी की इशिता गौर ने यूपीएससी में पहले स्थान पर टॉप किया है, तो वहीं दूसरे स्थान पर बिहार की गरिमा लोहिया रही है।

कौन है यूपीएससी टॉपर इशिता किशोर?

यूपीएससी 2022 में पहला स्थान हासिल कर टॉप करने वाली इशिता किशोर यूपी के ग्रेटर नोएडा की रहने वाली हैं। इशिता किशोर ने दिल्ली यूनिवर्सिटी से पढ़ाई की है और वह श्री राम कॉलेज ऑफ कॉमर्स से इकोनॉमिक्स में ग्रेजुएशन कर चुकी है। इसके अलावा उन्होंने 2 साल तक एडवाइजरी के तौर पर एस्टोनिया कंपनी में काम भी किया है। जानकारी के मुताबिक इशिता अब तक तीन बार यूपीएससी की परीक्षा दे चुकी है। तीसरी बार में उन्हें कामयाबी का यह मुकाम मिला है। बता दे इशिता के पिता एयरफोर्स में है। इशिता का कहना है कि उनके पिता ही उनके जीवन की सबसे बड़ी प्रेरणा है।

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कौन है यूपीएससी सेकंड टॉपर बिहार की बेटी गरिमा लोहिया

यूपीएससी सिविल सेवा की परीक्षा में दूसरी रैंक हासिल करने वाली गरिमा लोहिया बिहार के बक्सर की रहने वाली है। तीन भाई-बहनों में गरिमा दूसरे नंबर की संतान है। गरिमा के पिता नारायण प्रसाद लोहिया एक कारोबारी थे, जिनका साल 2015 में निधन हो गया था। इसके बाद गरिमा की मां ने ही तीनों बच्चों को पाला और उनकी परवरिश के साथ-साथ उनकी पढ़ाई को जारी भी रखा।

गरिमा लोहिया की मां एक हाउसवाइफ है। वह अपने बच्चों को पढ़ाई की महत्वता के बारे में हमेशा समझाती हैं। बच्चों को पढ़ाई के जरिए ही जीवन में कामयाबी के मुकाम हासिल करने के बारे में भी सिखाती है। इसी की देन है कि गरिमा लोहिया आज कामयाबी के इस मुकाम को छू पाई है। गरिमा का कहना है कि उनकी मां ही उनकी जिंदगी की सबसे बड़ी प्रेरणा है।

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