ट्रेनों के डिब्बे में स्‍लीपर की जगह लगाए जाएँगे थर्ड एसी इकोनामी कोच, जानें विभिन्‍न स्‍टेशनों का क्‍या होगा किराया

यात्रियों को बेहतर और आरामदायक सुवधिा उपलब्ध कराने के लिए रेलवे ट्रेन के डिब्बो मे एक बड़ा बदलाव करने जा रहा है। रेलवे ने फैसला किया है कि अब से ट्रेनों में स्‍लीपर की जगह वातानुकूलित इकोनामी कोच लगाए जाएंगे। इस थर्ड एसी इकोनमी कोच का किराया कितना होगा, इसे लेकर लोगो के मन मे आशन्काए हैँ, तो बता दें कि रेलवे की तरफ से कहा गया है कि इसका किराया थर्ड एसी श्रेणी से कम होगा, लेकिन सुविधाएं लगभग समान होंगी।

रेल मंत्रालय के द्वारा पांच हजार किलोमीटर तक इकोनामी कोच का किराया निर्धारित किया जा चुका है, और इसकी तैयार सुची देश भर के रेल मंडलों में भेज दी गई है। रेलवे की योजना है कि ट्रेनों से स्लीपर कोच हटाकर कम किराये पर यात्रियों को एसी यात्रा कराई जा सके। जब ट्रेन पूरी तरह एसी से लैस होगा तो इसकी स्पीड में भी इजाफा होगा। इसके साथ ही इकोनमी कोच में 11 सीटें बढ़ा दी गई हैं, जबकि पूरी ट्रेन में 220 सीटें अतिरिक्त होंगी ।

थर्ड एसी इकोनामी कोच की किराया लिस्ट जारी

पांच हजार किमी तक के लिए इकोनामी क्लास का बेसिक किराया 3065 रुपये निर्धारित किया गया है। यदि अंबाला से मुंबई जिसकी दूरी 1572 किमी है, के लिए इकोनामी क्लास का किराया थर्ड एसी की अपेक्षा 99 रुपये कम होगा। इसी प्रकार अंबाला से हावड़ा 1638 किमी की यात्रा एसी थर्ड में करने का बेसिक किराया 1633 रुपये है, लेकिन अब यही किराया घटकर 1529 रुपये हो जाएगा। बेसिक किराये के अलावा रिजर्वेशन चार्ज और सुपर फास्ट चार्ज का भुगतान अलग से करना होगा।

इस तरह होगा इकोनमी क्लास का किराया

991 से 1000 किमी तक के लिए बेसिक किराया 1102 रुपये निर्धारित किया गया है तो वहीं 1976 से 2000 किमी तक की यात्रा के लिए बेसिक किराया 1757 रुपये, 2951 से 3000 किमी तक के लिए 2196 रुपये, 3951 से 4000 किमी तक की यात्रा के लिए बेसिक किराया 2631 रुपये, 4951 से 5000 किमी तक का किराया 3065 रुपये होगा।जबकि लंबी दूरी के किराये में राहत रहेगी।

रेलवे की कोच फैक्टरियों में एसी इकोनमी कोच पर फोकस

एसी थर्ड क्लास की बात करें तो इसमें पहले 64 सीटें बुक हुआ करती थीं। लेकिन अब रेलवे ने लिंक हाफमैन बाश (एलएचबी) डिब्बे में सीटों की संख्या 72 कर दी है, जबकि अब इन सीटों की संख्या बढ़ाकर 83 कर दी गई है। फिलहाल 64 सीटों वाली थर्ड एसी कोच चल रहे हैं। रेलवे इस बात पर जोर दे रहा कि अब 83 सीटों वाले कोच ही बनाए जाएं। वित्तीय वर्ष 2020-21 में 100 कोच थे, जबकि अब चालू वित्त वर्ष 2021-22 में 158 ऐसे डिब्बे बनाने का लक्ष्य रखा है। पंजाब मे स्थित कपूरथला रेल कोच फैक्टरी में ये डिब्बे बनाए गए हैं, जो कई अन्य ट्रेनों को भेजे गए हैं। सामान्य रूप से एक कोच बनाने पर तकरीबन तीन करोड़ रुपये की लागत आती है। आधुनिक कोच को बनाने पर तीन लाख रुपये अतिरिक्त खर्च हुए हैं।

Manish Kumar