बंगाल की खाड़ी में उठा शक्तिशाली चक्रवात ‘गुलाब’, इन राज्यों को किया गया येलो अलर्ट जारी

बंगाल की खाड़ी में एक शक्तिशाली चक्रवात बन रहा है, इसे गुलाब चक्रवात नाम दिया गया हैं। मौसम विभाग ने इस चक्रवात के आंध्रप्रदेश और ओड़िशा के समुद्र तट से टकराने का अनुमान जताया है। मौसम विभाग ने बताया कि गुलाब चक्रवात का सर्वाधिक असर ओड़िशा के गोपालपुर से आंध्रप्रदेश के विशाखापत्तनम के बीच होने की सम्भावना है। यह भी अंदेशा है कि इस शक्तिशाली चक्रवात का लैंडफॉल कलिंगपटनम में हो सकता है,यह आंध्रप्रदेश में आता है।

उत्तरी आंध्रप्रदेश और उससे सटे दक्षिणी ओड़िशा के तटवर्ती क्षेत्रों के लिए विशेष रूप से अलर्ट जारी किया गया है। संभावित खतरे को देखते हुए ओड़िशा में राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (NDRF) की 13 और आंध्रप्रदेश में 5 टीमें तैनात की गयी है। मौसम विभाग के मुताबिक डिप्रेशन का जो क्षेत्र बना है, वह इस समय गोपालपुर के पूर्व-दक्षिण-पूर्व में 470 किलोमीटर और कलिंगपटनम के पूर्व-उत्तर-पूर्वम में करीब 540 किलोमीटर दूर अवस्थित है। शनिवार की शाम को इस चक्रवात के शक्तिशाली तूफान बनकर ओड़िशा और आंध्रप्रदेश के बीच समुद्र तट से टकराने की बात कही गई थी।

बिहार और झारखंड पर भी इसका असर

भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने यह भी कहा है कि बंगाल की खाड़ी मे कम दबाव का क्षेत्र बन जाने के कारण पश्चिम बंगाल के कई इलाकों में भारी बारिश होगी। बिहार और झारखंड पर भी इसका असर देखा जा सकता है। मौसम विभाग के अनुसार रविवार तक चक्रवाती तूफान गुलाब का असर रहेगा। सोमवार से चक्रवात का असर कम होने लगेगा। फिलहाल पूरी स्थिति पर नज़र रखा जा रहा है।

मौसम विभाग ने गुलाब चक्रवात के 26 सितंबर तक कलिंगपट्टनम को पार करने की सम्भावना जताया है। उत्तर आंध्रप्रदेश और दक्षिण ओड़िशा के तटीय क्षेत्रों के लिए मौसम विभाग की तरफ से येलो अलर्ट जारी किया गया है। पश्चिम बंगाल के कई इलाके मे गुलाब चक्रवात के कारण भारी बारिश होगी। जिन इलाकों में बारिश की सम्भावना जताई गई है उनमें कोलकाता, हावड़ा, दक्षिण 24 परगना, उत्तर 24 परगना एवं पूर्वी मेदिनीपुर शामिल हैं।

गुलाब चक्रवात से पहले यास साइक्लोन ने खूब तबाही मचाई थी। पुराने अनुभव से सीख लेते हुए गुलाब साइक्लोन से निबटने की तैयारी की गयी है। प्रशासन को अलर्ट किया गया है। मौसम विभाग ने यह भी बताया कि बंगाल की खाड़ी में एक और डिप्रेशन तैयार हो सकता है, जिसका असर बंगाल एवं बांग्लादेश से सटे इलाकों पर होगा। इस कारण मंगलवार को तेज बारिश होगी। वहीं कोलकाता सहित दक्षिण बंगाल के कई जिलों में भारी (Heavy Rain) एवं अति भारी बारिश (Very Heavy Rain) होने की सम्भावना है। पश्चिम बंगाल में सबसे ज्यादा वर्षा समुद्र तट से सटे जिले दक्षिण 24 परगना एवं पूर्वी मेदिनीपुर में होने का अनुमान जताया गया है। बंगाल की खाड़ी में तैयार हो रहे तूफ़ान का गुलाब नामकरण पाकिस्तान द्वारा किया गया है।

Manish Kumar