भारतीय संचार निगम लिमिटेड यानी बीएसएनएल (BSNL) ने देश के कई हिस्सों में अपने पैर पसारने की योजना तैयार की है। इस कड़ी में देश भर में करीब 1.12 लाख टावर (BSNL Mega Tower Plan) लगाए जाने की योजना बनाई जा रही है। दूरसंचार मंत्री अश्विनी वैष्णव (Ashwini Vaishnaw) ने यह जानकारी लोकसभा में साझा की। इस दौरान उन्होंने यह भी बताया कि जल्द ही ट्रेन में भी इंटरनेट सुविधा मिलनी शुरू हो जाएगी।
अब ट्रेनों में भी मिलेगी इंटरनेट सेवा
दूरसंचार मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा- ट्रेनों के अंदर इंटरनेट कनेक्शन तभी शुरू हो सकता है, जब 5G नेटवर्क शुरू होगा, क्योंकि 100 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से चलने वाली ट्रेन में 4G तकनीक से संचार बाधित हो सकता है। ऐसे में 5G नेटवर्क के साथ ही ट्रेनों में इंटरनेट कनेक्शन सुविधा उपलब्ध की जा सकती है।

गौरतलब है कि प्रश्नकाल के दौरान उन्होंने कहा- मुझे यह बताते हुए खुशी हो रही है कि 4G टेलीकॉम नेटवर्क जल्द ही रोल आउट के लिए तैयार होगा। इसे भारत में भारतीय इंजीनियरों और वैज्ञानिकों द्वारा डिवेलप किया गया है। दुनिया भर में हमारे 4G नेटवर्क डेवलपमेंट की चौतरफा तारीफ हो रही है। इसका एक कोर नेटवर्क है, जो पूरे दूरसंचार उपकरणों के साथ रेडियो नेटवर्क है।
जल्द ही पूरा हो जायेगा 5G टेक्नोलॉजी प्रोजेक्ट
इस दौरान उन्होंने यह भी बताया कि बीएसएनएल 4G नेटवर्क के लिए जल्द ही 6-6 हजार के टावर ऑर्डर देने का प्रोसेस तैयार किया जा रहा है, जिसके बाद पूरे देश में एक लाख टावर लगाए जाएंगे। उन्होंने यह भी बताया कि 5G टेक्नोलॉजी का डेवलपमेंट काम भी तेजी से चल रहा है, यह कुछ महीनों में तैयार हो जाएगा।
इसके साथ ही उन्होंने बताया कि टेलिकॉम सर्विस प्रोवाइडर्स मोबाइल टावर्स पर इन्स्टॉल किए अपने बेस ट्रांसीवर स्टेशनों (BTSs) को फाइबराइज किया जा रहा है। इस कड़ी में 7,93,551 BTSs को ऑप्टिकल फाइबर से जोड़ा गया है। देश में कुल मोबाइल टावरों की तुलना में मौजूदा संख्या काफी कम है। 5G की सफलता और बेहतर 4G अनुभव के लिए, अधिक टावरों को फाइबर से जोड़ने की जरूरत है।