फुटपाथ की टपरी से बड़ा ब्रांड बना ग्रेजुएट चायवाली का नाम, 3 साल में खोला छठवां आउटलेट, देखें

Patna Graduate Chaiwali : बिहार की राजधानी पटना में सड़क पर चाय बेचने वाली लड़की ग्रेजुएट चाय वाली प्रियंका गुप्ता आज एक बड़ा ब्रांड बन गई है। उन्होंने अपने ब्रांड के नाम से आउटलेट की फ्रेंचाइजी देना भी शुरू कर दिया है। प्रियंका ने बिहार के कटिहार में अपने नाम की छठवें आउटलेट की फ्रेंचाइजी दी है। 3 सालों में प्रियंका ग्रेजुएट चाय वाली से आज एक बड़ा ब्रांड बन गई है। अपनी कामयाबी को लेकर खुद प्रियंका गुप्ता का कहना है कि उन्होंने 3 साल पहले पटना की सड़क पर चाय बेचने का काम शुरू किया था और आज वह अपने आउटलेट के लिए फ्रेंचाइजी दे रहे हैं।Patna Graduate Chaiwali katihaar outlet

 

एक आउटलेट के 5 से 6 लाख रुपए लेती है प्रियंका गुप्ता

प्रियंका गुप्ता ने इस दौरान बताया कि वह एक आउटलेट में करीब 5 से 6 लाख रुपए का इन्वेस्टमेंट करती है। यह रकम फ्रेंचाइजी लेने वाला लगाता है इसके लिए 2.5 लाख रुपया ग्रेजुएट चाय वाली प्रियंका गुप्ता वन टाइम ले लेती है। फिर इसके बाद आउटलेट की क्वालिटी को मेंटेन करना जरूरी होता है। ग्रेजुएट चायवाली का कहना है कि अगला आउटलेट यूपी में खोलने का सपना है। बता दे पटना ग्रेजुएट चाय वाली प्रियंका गुप्ता ने अपना छठवां आउटलेट बिहार के कटिहार में खोला है।

आत्मनिर्भर भारत से मिली प्रेरणा

ग्रेजुएट चाय वाली प्रियंका का कहना है कि पटना की सड़क पर चाय बेचने से लेकर आउटलेट खोलने तक के संघर्ष की कहानी कई उतार-चढ़ाव से होकर गुजरी है। ग्रेजुएशन के तुरंत बाद से ही मैंने चाय बेचना शुरू नहीं कर दिया था, बल्कि 2 साल मैंने गवर्नमेंट जॉब की तैयारी की थी, लेकिन जब इस दौरान सरकारी नौकरी नहीं मिली तो मैंने काम करने के बारे में सोचा। नौकरी के लिए बिहार में कोई मौका नहीं मिल रहा था। मैंने यूपी से पढ़ाई की थी। मैंने नौकरी की बहुत कोशिश की, लेकिन जब कोई रास्ता नजर नहीं आया, तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आत्मनिर्भर भारत के बारे में सोचा और आत्मनिर्भर बनने की प्लानिंग की।

whatsapp channel

google news

 

Patna Graduate Chaiwali

प्रियंका ने कहा मैंने केंद्र सरकार के आत्मनिर्भर सपने को पूरा करने के लिए अपने इस बिजनेस को स्टार्ट किया। उन्होंने कहा प्रधानमंत्री मोदी ने आत्मनिर्भर भारत के साथ ही संकल्प से सिद्धि की बात कही थी। उनकी बातों से मोटिवेशन मिला और मैंने इस काम को इसलिए चुना, क्योंकि इसमें पैसा बहुत कम इन्वेस्ट करना पड़ता है और रिस्क भी बेहद कम होता है। अगर आप खेले से शुरु करते हैं तो इन्वेस्टमेंट बहुत कम होता है और रिटर्न आपको अच्छा मिल जाता है।

क्वालिटी के साथ कभी नहीं करती कंप्रोमाइज

प्रियंका ने कहा- मैंने अपने काम के साथ क्वालिटी से कभी कंप्रोमाइज नहीं किया। हाइजीन और टेस्ट का भी पूरा ख्याल रखा। डिफरेंट फ्लेवर की चाय रखते हुए मैंने लोगों को काफी वैरायटी दी है।

Share on