बिहार के संतोष रेलवे की नौकरी छोड़ उगा रहे हैं सब्जी, महीने के कमाते हैं दो से तीन लाख रुपए, हर कोई कर रहा है तारीफ

एक तरफ लोग अपनी पढ़ाई कंप्लीट करने के बाद नौकरी के लिए दर-दर भटक रहे हैं। वहीं बिहार के इस शख्स ने सरकारी नौकरी (Government Job) को ठुकरा कर किसान बनना मुनासिब समझा है। पूर्णिया के संतोष सरकारी नौकरी (Santosh Left Government Job For Farming) को छोड़कर खेतीहर बन गए हैं। संतोष के काबिलियत और लगन की हर कोई तारीफ (Success Story of Santosh) कर रहा है। संतोष ने हिंदी विषय से स्नातक की पढ़ाई पूरी की है। ‌ग्रेजुएशन करने के बाद रेलवे में नौकरी भी लगी। लेकिन इरादा कुछ और करने का था इसलिए संतोष ने 2012 में ही नौकरी ठुकरा कर केले की खेती करने लगे।

Success Story Of Bihar Farmer Santosh

केले की खेती से कमाते है लाखों

बता दें कि संतोष के दादा और पिता 30 वर्षों से केले की खेती करते थे। नौकरी ठुकराने के बाद खेती में पिता का संतोष ने सहयोग किया। लेकिन आंधी तूफान और प्राकृतिक आपदा ने केले की फसल पूरी तरह बर्बाद कर दी। 20 बीघा में लगाए हुए केले की फसल पूरी तरह बर्बाद हो गया और लाखों रुपए डूब गए। इसके बाद भी संतोष ने हार नहीं मानी और पूरी ऊर्जा के साथ केले की खेती करने वाले जमीन में विभिन्न प्रकार के सब्जी लगा दी।

Success Story Of Bihar Farmer Santosh

संतोष बताते हैं कि वह सब्जी की खेती करने से बेहद खुश हैं। वर्तमान में वे सब्जी की खेती 20 बीघा जमीन में कर रहे हैं। रोजाना ताजी सब्जियां सुबह के समय दुकानों तक पहुंचाते हैं। हर महीने संतोष सब्जी की खेती कर दो से 3 लाख रुपए की मोटी कमाई कर रहे हैं जबकि 50 हजार से एक लाख के बीच सेविंग भी कर रहे हैं। संतोष बैंगन, भिंडी, खीरा, परवल और टमाटर की खेती कर रहे हैं।

Success Story Of Bihar Farmer Santosh

संतोष का मानना है कि अपने लिए तो हर कोई जीता है, लेकिन दूसरों के लिए भी जीना बड़ी बात है। वह आने वाले दिनों में सब्जी की खेती और भी बढ़ाने की तैयारी में जुटे हुए हैं, जिसे युवाओं के लिए रोजगार के अवसर उपलब्ध हों।

Kavita Tiwari