बिहार के ऑटो ड्राइवर का बेटा बना पुलिस अफसर, कभी दो वक्त की रोटी के लिए पिता को करना पड़ा था ये काम

मेहनत के दम पर चुनौतियों से लड़ते हुए अपनी कामयाबी की कहानी लिखना आसान नहीं होता, लेकिन यह नामुमकिन भी नहीं होता… इस बात को बिहार (Bihar) के एक ऑटो चालक के बेटे विवेक ने सच कर दिखाया है, जिन्होंने अपने जीवन की चुनौतियों से लड़कर अपने जीवन के अवसर का फायदा उठाया और बिहार पुलिस में दरोगा की परीक्षा में सफलता हासिल की। ऑटो ड्राइवर के बेटे विवेक (Auto Driver Son Become Daroga) ने अपनी सफलता का श्रेय अपने पिता को दिया है। उनका कहना है कि वह अपने पिता की मेहनत के चलते ही यह मुकाम हासिल कर पाये हैं।

ऑटो चालक का बेटा बना दरोगा

बता दे यह कहानी बिहार के जहानाबाद जिले के एक छोटे से गांव की है, जहां रहने वाले विवेक का नाम आज पूरे गांव में गूंज रहा है। विवेक के नाते रिश्तेदारों के साथ-साथ उनके आस पड़ोस के गांव वाले भी परिवार को बधाई देने आ रहे हैं। जहानाबाद जिले के नोआवा गांव में विवेक के पिता ऑटो चालक का काम करते हैं। विवेक ने अपने पिता की अथक मेहनत का फल उन्हें बिहार पुलिस में बतौर दरोगा अपनी भर्ती के साथ दिया है।

पिता को दिया कामयाबी का श्रैय

विवेक का कहना है कि हमारी परवरिश अच्छी हो सके इसलिए मेरे पिता ने जी-जान से मेहनत की। बच्चों के लिए उन्होंने जीवन में कई बलिदान दिए। घर चलाने के लिए ऑटो चलाया। ऐसे में उनकी शुरुआत से ही यह ख्वाहिश थी कि मैं कुछ ऐसा करूं कि उनका सर सम्मान से ऊंचा उठें। इसके लिए उन्होंने हमेशा मेहनत जारी रखी और आज उनकी कामयाबी उसी का परिणाम है। विवेक का कहना है कि वर्दी को जो सम्मान मिलता है, उतना सम्मान किसी भी दूसरे पेशे को नहीं दिया जाता इसलिए वह दरोगा बनना चाहते थे।

गर्व से फूले नहीं समा रहे माता-पिता

वहीं विवेक के पिता का कहना है कि उनके बेटे ने कई दूसरी नौकरियों के लिए भी क्वालीफाई किया है। हालांकि अभी तक जॉइनिंग नहीं हुई है, लेकिन बिहार पुलिस में दरोगा का रिजल्ट आने से पूरे परिवार में खुशी का माहौल है। बता दे विवेक की मां एक ग्रहणी है। वह भी बेटे की कामयाबी से खुशी से फूली नहीं समा रही। उनका कहना है कि उनके बेटे ने उनके परिवार का नाम समाज में गर्व से ऊंचा कर दिया है।

Kavita Tiwari