बहन मालविका के कांग्रेस में शामिल होते ही Sonu Sood ने बनाई दूरी, किया ये काम न करने का फैसला

इस साल पांच राज्यों में होने वाले चुनावों को लेकर सभी पार्टियां अपने-अपने जोड़-तोड़ बिठाने में जुट गई है। ऐसे में हर दिन जहां कुछ नेता पार्टी का दामन छोड़ दूसरी पार्टी का हाथ थाम रहे हैं, तो वहीं कुछ नए चेहरे भी पार्टियों में शामिल हो रहे हैं। इस कड़ी में पंजाब की राजनीति में बदलते समीकरण के बीच गरीबों के मसीहा सोनू सूद (Sonu Sood) की बहन मालविका सूद सच्चर (Malvika Sood Sachchar) का नाम भी लगातार सुर्खियां बटोर रहा है। दरअसल मालविका सूद सच्चर ने हाल ही में पंजाब कांग्रेस (Sonu Sood Sister Join Congress) का हाथ थामा है और अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत की है।

कांग्रेस में शामिल हुई मालविका सूद सच्चर

मालविका सूद सच्चर द्वारा कांग्रेस का हाथ थामने के बाद लगातार यह कयास लगाए जा रहे हैं कि उनके भाई सोनू सूद मालविका के लिए चुनाव प्रचार करेंगे। वहीं अब इन खबरों को लेकर अभिनेता सोनू सूद ने सफाई दी है। अभिनेता ने साफ कर दिया है कि मालविका के चुनाव प्रचार में वह हिस्सा नहीं लेंगे। साथ ही उन्होंने इसके पीछे का कारण भी बताया।

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सोनू सूद ने रखा अपना पक्ष

दरअसल हाल ही में सोनू सूद ने एक अंग्रेजी वेबसाइट को दिए इंटरव्यू (Sonu Sood Interview) में अपनी अपकमिंग फिल्म और गानों को लेकर लंबी चर्चा की। इस दौरान उन्होंने बहन मालविका सूद सच्चर के राजनीतिक सफर को लेकर भी अपना पक्ष साफ किया। सोनू सूद ने कहा- मुझे गर्व है कि उन्होंने यह कदम उठाया। वह पिछले कुछ वर्षों से वहां रह रही हैं और लोगों के लिए जरूरी मुद्दों के बारे में जानती भी है। मुझे खुशी है कि वह लोगों के संपर्क में रहने लगी है और उनकी मदद करने में भी सक्षम है।

वहीं जब सोनू सूद से यह सवाल किया गया कि- क्या वह अपनी बहन के लिए चुनाव प्रचार करेंगे? इसके जवाब में सोनू सूद ने कहा- यह उसका सफर है और मेरा राजनीति से कोई लेना देना नहीं है। मैं जो काम करता आया हूं, उसे करता रहूंगा। मैं चुनाव में उनके लिए प्रचार नहीं करूंगा ,क्योंकि मैं चाहता हूं कि वह कड़ी मेहनत करें और अपना काम करें। जहां तक मेरा सवाल है, मैं हमेशा राजनीति या किसी भी राजनीतिक जुड़ाव से दूर रहूंगा।

गरीबों के मसीहा है सोनू

याद दिला दें महामारी काल के दौरान सोनू सूद लगातार लोगों की मदद को लेकर सुर्खियों में रहे। देश के हर हिस्से से ही नहीं, बल्कि विदेशों से भी लोगों ने सोनू सूद से मदद की गुहार लगाई और सोनू सूद ने भी उन्हें  निराश नहीं किया। उन्होंने सभी की मदद करने के लिए हर मुमकिन कोशिश की। यही कारण रहा कि लोग सोनू सूद को गरीबों का मसीहा और भगवान का दर्जा देने लगे।

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