शेखपुरा की महिला दारोगा BPSC एग्जाम मे 256वां रैंक हासिल कर कायम की मिशाल

जिनके पास कुछ कर दिखाने का जज़्बा होता है वो विप्पत्तियों से नहीं घबराते। कुछ ऐसी ही पॉजिटिव ख़बर आई है शेखपुरा से। शेखपुरा नगर थाने में पदस्थापित दारोगा विनीता ने 64वीं BPSC की परीक्षा में सफलता भी हासिल की है। उन्होंने घरेलू कामकाज के साथ-साथ अपनी ड्यूटी को भी निभाया।  उन्होंने इस परीक्षा में 256वां रैंक हासिल किया है।

परिवार में है ख़ुशी की लहर

अपनी बेटी की सफलता पर विनीता की मां ने कहा कि पति के मौत के बाद पूरा परिवार टूट गया था। विनीता ने अपनी इस सफलता का श्रेय अपनी मां को दिया है। विनीता की सफलता पर उनके परिवार में ख़ुशी छाई हुई है। बहुत लोग उनको बधाई देने आ रहे हैं। विनीता के भाइयों ने खुशी जाहिर करते हुए कहा है कि उनकी दीदी एक रोल मॉडल है। वो उन लड़कियों के लिए एक मिसाल है, जो थोड़ी से परेशानी आने पर हार मान जाती हैं।

बचपन से ही होशियार थी विनीता

विनीता बचपन से ही मेधावी छात्रा रहीं हैं। पिता की मृत्यु के बाद उन्होंने परिवार की जिम्मेदारी भी संभाली। कठिन हालात के बाद भी उन्होंने हार नहीं मानी और अपनी पढ़ाई के साथ-साथ एक लैब में काम करना शुरू कर दिया। इस दौरान उन्होंने अपने छोटे भाई को पढ़ाया।  उनके कठिन परिश्रम की दम पर उनका चयन दारोगा के पद के लिए हुआ। इसके बाद भी उन्होंने अपनी पढ़ाई जारी रखी और अब 64वीं BPSC परीक्षा में सफलता हासिल की। विनीता की माँ कहती हैं विनीता ने भी कभी हालात से समझौता नहीं किया। उसने कड़ी मेहनत से सफलता हासिल करके समाज में एक मिसाल पेश की है।

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