बिहार के सरकारी अस्पतालों में 10 हजार से अधिक पदों पर होगी भर्ती, इन पदों के लिए ये चाहिए योग्यता।

बिहार के सरकारी अस्पतालों में 10,000 स्वास्थ्य कर्मियों के पदों को स्थाई बहाली के रूप में भरा जाएगा। कर्मों की बहाली को लेकर स्वास्थ्य विभाग के द्वारा तकनीकी सेवा आयोग को अनुशंसा भेजा गया है। बताने की स्वास्थ्य कर्मियों की बहाली के लिए पहले ही वित्त विभाग और विधि द्वारा प्रस्ताव पर मंजूरी दी जा चुकी है। स्थाई बहाली को लेकर सामान्य प्रशासन विभाग के द्वारा स्वीकृति ली गई है।

सूत्रों के मुताबिक सरकारी अस्पतालों में 8034 खाली पद एक्स-रे टेक्नीशियन और 1096 ओटी असिस्टेंट की है जिसको लेकर प्रस्ताव सौंपा जा चुका है। टोटल 9130 खाली पदों की बहाली के लिए आयोग के स्तर से स्वास्थ्य विभाग के अफसरों के साथ मंथन किया जा चुका है। दोनों पदों पर बहाली के लिए दो सप्ताह के भीतर तकनीकी सेवा आयोग के द्वारा अधिसूचना जारी कर दी जाएगी। इन खाली पदों के अलावा लैब तकनीशियन, ईसीजी सहायक, अतिरिक्त फर्मासिस्ट व ड्रेसर के खाली पदों पर बहाली के लिए प्रस्ताव बनाया जा रहा है। इन पदों पर भी सिगरेट बहाली प्रक्रिया शुरू हो जाएगी।

बता दें कि एक्सरे टेक्नीशियन के पदों के लिए आवेदन करने वाले उम्मीदवारों के पास मान्यता प्राप्त यूनिवर्सिटी से एक्सरे टेक्नीशियन पाठ्यक्रम में डिप्लोमा की डिग्री होनी चाहिए। एक्सरे टेक्नीशियन का प्रमाण पत्र और आवश्यक कहां मानने वाले को पहले प्राथमिकता दी जाएगी। राज्य सरकार, केंद्र सरकार या दूसरे राज्यों के मान्यता प्राप्त इंस्टीट्यूट से पास होने वाले उम्मीदवार शल्य कक्ष सहायक के पदों के लिए आवेदन कर सकेंगे। राज्य सरकार के तहत तय किया जाए वेतनमान के मुताबिक तनख़ाह भुगतान किया जाएगा। अस्थाई बहाली के तहत इन्हें प्रदेश के किसी भी सरकारी हॉस्पिटल में नियुक्ति दी जाएगी।

सामान्य चिकित्सक की जरूरत 

बता दें कि बिहार का स्वास्थ्य विभाग स्वास्थ्य व्यवस्था को चुस्त-दुरुस्त करने के मकसद से मानव बल की जरूरत पूरा करने के लिए इन पदों पर बहाली कर रहा है। इसी कड़ी में सामान्य चिकित्सक के 6000 से ज्यादा पदों पर भर्ती की जाएगी। बिहार तकनीकी सेवा आयोग के जरिए विभिन्न पदों पर तकरीबन 7000 पदों को भरे जाने का आदेश दिया गया था।