भारत से ब्रिटेन कैसे पहुंचा कोहिनूर…? जानें कोहिनूर के सफर की पूरी कहानी

kohinoor hira history: ब्रिटेन की महारानी एलिजाबेथ-2 ने 96 साल की उम्र में दुनिया को अलविदा Queen Elizabeth-2 Death) कह दिया है। 70 सालों से ब्रिटेन पर राज कर रही एलिजाबेथ-2 ब्रिटेन की पहली और विश्व की दूसरी ऐसी महिला हैं, जिन्होंने सबसे लंबे कार्यकाल तक शासन किया है। महारानी एलिजाबेथ-2 अक्सर खास मौकों पर एक ताज पहनती थी, इस ताज में भारत का बेशकीमती कोहिनूर हीरा जड़ा हुआ है। एलिजाबेथ-2 की मौत के बाद उनके कोहिनूर से सजे इस ताज का क्या होगा… यह सवाल अब हर किसी के जहन में घूम रहा है।

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कैसा दिखता है महारानी एलिजाबेथ-2 का ताज?

महारानी एलिजाबेथ-2 का यह ताज बेहद खूबसूरत है। सोने और प्लेटिनम से इस ताज को बनाया गया है। इसकी सबसे खास बात यह है कि इसमें 105 कैरेट का भारत का कोहिनूर हीरा जड़ा गया है। इसके अलावा इस ताज में 2,867 और भी हीरे लगाए गए हैं। इस राजमुकुट में चांदी के माउंट में इस हीरे को जोड़ा गया है। साथ ही बड़े पैमाने पर टेबल, गुलाब जैसे कुछ शानदार कट भी इसमें डिजाइन किए गए हैं। सोने के माउंट से जड़े रंगीन रत्नों में नीलामणि पन्ना और मोती शामिल है। इसके वजन की करें तो बता दे यह ताज 1.28 किलोग्राम का है। इसमें कोहिनूर के साथ-साथ कई बेशकीमती रत्न जड़े हुए हैं, जिसमें नीलमणि से लेकर एडवर्ड द ब्लैक प्रिंस की रूबी भी शामिल है। इसके अलावा इसमें एलिजाबेथ-2 प्रथम के मोती और कुलीनन द्वितीय के हीरे शामिल है।

भारत से ब्रिटेन कैसे पहुंचा कोहिनूर हीरा? (Kohinoor Journey India To Britain)

अक्सर जब भी बात कोहिनूर हीरे की होती है, तो लोग यह सवाल जरूर करते हैं कि- आखिर कोहिनूर हीरा भारत से ब्रिटेन कैसे पहुंचा… दरअसल लगभग 800 साल पहले भारत में एक चमचमाता पत्थर मिला था। इस पत्थर को ही कोहिनूर का नाम दिया गया था। कोहिनूर हीरा दुनिया के सबसे बड़े और बेशकीमती हीरो में से एक है। इतना ही नहीं यह भी कहा जाता है कि यह गोला कुंड खदान में मिला था। 1849 में जब ब्रिटिश उपनिवेश पंजाब में आया तो इसे अंतिम सिख राजा दिलीप सिंह ने महारानी को गिफ्ट किया था।

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इतना ही नहीं महारानी के ताज में 1856 में तुर्की के तत्कालीन सुल्तान द्वारा महारानी विक्टोरिया को इसे तोहफे में दिया गया। खास तौर पर उन्होंने क्रीमिया युद्ध में ब्रिटिश सेना के समर्थ के प्रति अपना आभार व्यक्त करते हुए इसे उन्हें सौंपा था।

एलिजाबेथ-2 के निधन के बाद कोहिनूर हीरे का क्या होगा?

इस साल की शुरुआत में महारानी एलिजाबेथ-2 ने घोषणा की थी कि प्रिंस चार्ल्स अब सिंहासन पर बैठेंगे। एलिजाबेथ-2 के बाद वह ब्रिटेन के राजा का पदभार संभालेंगे। इसके साथ ही उनकी पत्नी कैमिला कैमिला जो डचेस ऑफ कॉर्नवाल है, वह रानी कंसोर्ट बन जाएंगी। कैमिला के रानी बनते ही कोहिनूर से सजे इस ताज को उन्हें सौंप दिया जाएगा। कोहिनूर हीरे में किंग जॉर्ज छठे के 1937 के राज्य अभिषेक के लिए क्वीन एलिजाबेथ-2 ने बनाए गए प्लैटिनम क्रॉउन में सेट किया है।

कोहिनूर हीरे से सजे इस ताज की कीमत क्या है (Kohinoor Diamond Price)

महारानी एलिजाबेथ-2 का यह ताज ऐतिहासिक स्तर पर तो बेशकीमती है। हालांकि बात आंकड़ों के आधार पर करें तो इस ताज में कोहिनूर के अलावा 2,887 और हीरे भी लगे हुए हैं। कहा जाता है कि इस ताज की कीमत तकरीबन 3600 करोड़ रुपए है. वहीं पूरे सेट की कीमत 4500 करोड़ बताई गई है।

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