जुलाई की आखिरी तारीख को यानि कि 31 जुलाई को शनिवार के दिन मीठापुर बस स्टैंड पूरी तरह खाली हो गया। कभी यहाँ हज़ारों की संख्या मे बसे रहती थी और यात्रियों की भीड़ से मीठापुर बस स्टैंड खचाखच भरा रहता था। यहाँ जो बसे लगती थे उसे रामाचक बैरिया में नवनिर्मित अंतरराज्यीय बस टर्मिनल मे शिफ्ट कर दिया गया है।अब पटना शहर से लोगो को शहर से बाहर ले जानेवाली तथा बाहर से पटना मे यात्रियों को लानेवाली सभी बसों का सन्चालन अब बरैया के बस स्टैंड से ही होगा।

एसडीएम सदर नितिन कुमार सिंह के आदेश के बाद मीठापुर बस स्टैंड से सन्चालित हो रहे 2000 बसों का परिचालन अब बैरिया से होगा। बता दे कि मीठापुर बस स्टैंड से लगभग दो सौ बसे खुलती थे लेकिन छ्ह् जिलों के लिए चलने वाली 600 बसों को पहले ही दो चरणों मे बरैया शिफ्ट किया जा चुका है जबकि शनिवार को आखिरी चरण मे 32 जिलों के लिए चलनेवाली 2000 बसों को बरैया से खोलने का आदेश जारी किया गया है। इसके साथ ही मीठापुर बस स्टैंड पूरी तरह वीरान हो चुका है।

रविवार को पटना कि जिलाधिकारी डॉ चन्द्रशेखर सिंह पूरी तरह खाली हो चुके मीठापुर बस स्टैंड का नीरीक्षण करने पहुंचे। उन्होंने मीठापुर बस पडाव के तीनो गेट को बंद करने का आदेश दिया। उन्होने कहा कि शिक्षा विभाग से प्रस्ताव मिलने के बाद हमलोग विश्वविद्यालयों के लिए जमीन का आवंटन करेंगे।
बनेंगे 3 नए विश्वविद्यालय

बता दे कि मीठापुर की ज़मीन पर सरकार द्वारा पहले ही तीन नए विश्वविद्यालय बनाए जाने की घोषणा की जा चुकी है। ये हैं बिहार इंजीनियरिंग विश्वविद्यालय, बिहार मेडिकल विश्वविद्यालय और बिहार खेल विश्वविद्यालय। तीनों विवि का विधेयक पिछले मानसून सत्र में पास हुआ है। तीन नए विवि बनने के बाद पटना में आठ विश्वविद्यालय हो जाएंगे। मीठापुर बस स्टैंड पूरी तरह खाली होने के बाद भी कुछ खराब बसें ही स्टैंड में लगी रहीं। हालाकि इसे भी बाद मे हटा लिया जाएगा।