तीन सुरंगों से गुजर मात्र 11 घंटे मे पहुँचेंगे पटना से रांची, नया रूट होगा रोमांच से भरपूर

रांची से पटना के बीच की दूरी तय करने के लिए अब यात्रियों को पहले की तुलना मे कम समय लगेगा। यह संभव होगा पटना से राची के नए रेल रुट से, जिसका निर्माण कार्य अब अंतिम चरण मे हैं। यह नया रेल मार्ग मार्च 2022 तक बन कर पूरी तरह तैयार हो जायेगा। वाया बरकाकाना, हजारीबाग, कोडरमा मे बन रही नयी रेल लाइन से रांची से पटना की दूरी कम हो जाएंगे, यह यात्रा 13 घंटे के बजाय 11 घंटे में सिमट जायेगी। अब रांची से पटना के बीच चलनेवाली ट्रेनों को गोमो और बंगाल के मालदा नहीं जाना पड़ेगा।

अब रांची से चलने वाली ट्रेन बरकाकाना से ही सीधे हजारीबाग, कोडरमा होते हुए पटना के लिए रवाना हो जायेगी। रेलवे अधिकारी से मिली जानकारी के मुताबिक बरकाकाना से टाटीसिलवे के बीच 64 किमी रेल लाइन बिछाने का कार्य अब अपने आखिरी चरण में है। सिदवारा से सांकी के बीच 26 किमी रेल लाइन बिछाने का काम भी तेजी से किया जा रहा है। अभी तक जो रेलगाड़ी रांची-मुरी-बरकाकाना के लिए चलती हैं, उन्हे कुल 118 किमी की दूरी तय करनी होती है, लेकिन नयी रेल लाइन का निर्माण कार्य पूरा होते ही रांची-बरकाकाना की दूरी 75 किमी मे सिमट जायेगी। जानकारी के मुताबिक इस परियोजना का करीब 95% निर्माण कार्य पूरा हो चुका है।

इन 3 सुरंगों से गुज़रेगी ट्रेन

बता दें कि इस नए रेल लाइन के निर्माण के बाद टाटीसिलवे से बरकाकाना के बीच की 64 किमी का सफर बहुत ही रोमांचक होगा। अंधेरी सुरंगें, ऊंची पहाड़ियां और खूबसूरत वादियां से होते हुए यात्री अपने गन्तव्य तक पहुचेंगी। प्रकृति से नजदीकी का एहसास उन्हें नए रोमांच से भर देंगी। नयी रेल लाइन तीन सुरंगों से होते हुए गुजरेगी। सुरंगों से निकलने के बाद ट्रेन दो पहाड़ियों के बीच बने पुल से होकर यात्रा करेगी। पूर्व-मध्य रेल के सीपीआरओ राजेश कुमार के जानकारी देते हुए बताया कि दो सुरंग बनकर तैयार हो चुका है। सुरंग टी-1 की लंबाई 600 मीटर है, जबकि सुरंग टी-2 की लंबाई 1080 मीटर है, तो वही सुरंग टी-3 की लंबाई 600 मीटर है। सुरंग टी-2 व टी-3 का निर्माण कार्य पूरा किया जा चुका है।

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