प्रशासन की सख्त नीति का सकारात्मक असर दिखना अब शुरू हो गया है। पटना-गया रोड में अब जाम की समस्या कम हो गई है। बता दें कि जिला प्रशासन ने सभी बसों को आइएसबीटी परिसर के अंदर लगाने का निर्देश दिया था। इस पर सख्ती से अमल किए जाने के बाद रविवार को सड़क पर लगने वाला जाम नहीं दिखा और गाड़ियां आसानी से आ-जा रही थीं।
दरअसल यहाँ सड़क पर बसों का लगाया जाना जाम का प्रमुख कारण था। पटना के डीएम डॉ चंद्रशेखर सिंह ने स्पष्ट किया है कि सड़क पर बस खड़ा करने वाले बस मालिको पर सख्त कार्रवाई की जायेगी। रविवार के दिन जिला प्रशासन की।तरफ से बस स्टैंड के बाहर सड़क पर खड़ी बसों पर कार्रवाई की गई। गौर तलब है कि प्रशासन द्वारा सड़क पर बस लगाने, या यहाँ पर सवारी को चढाने और उतारने से मनाही की गई थी। इसका उल्लंघन करने पर रविवार को 12 बसों पर जुर्माना लगाया गया। इनसे 66,500 रुपये जुर्माना वसूला गया।
बस को सड़क पर छोड़ कर भागने पर बस को जब्त कर लिया गया और उसे क्रेन से हटा दिया गया। बता दे कि ऐसा पहली बार है कि सड़क पर क्रेन का इस्तेमाल कर बसों को हटाया जा रहा है। जिला प्रशासन का आदेश है कि पटना-गया रोड में किसी भी स्थिति में बसों को पार्क नहीं किया जा सकता है, ना ही सड़क पर कोई बस खड़ी हो सकती है। रविवार को ट्रैफिक पुलिस की ओर से माइक से भी इसके लिए चेतावनी जारी की जा रही थी।
पाटलिपुत्रा बस टर्मिनल बैरिया के सामने गया- पटना सड़क पर वाहनों का सुचारू संचालन जारी है। pic.twitter.com/GTB8qVZVgb
— District Administration Patna (@dm_patna) September 12, 2021
सभी बसों को दी गयी जगह
आइएसबीटी के अंदर ही बस लगाईं जाए, इसके लिए सभी बसों को बस स्टैंड के अंदर पार्किंग एरिया में जगह मुहैया करवाई गयी है। बस स्टैंड के अंदर अब 600 से 700 बसों की पार्किंग के लिए जगह मुहैया कराई गयी है।इस सप्ताह हीरूट के हिसाब से उनके लगने की जगह भी तय कर दी जायेगी। आइएसबीटी परिसर में बसों के परिचालन को सुचारु रूप से चलाने के लिए पुलिस आउटपोस्ट बनाया गया है और 120 निजी सुरक्षा गार्ड की भी तैनाती की गई है।