रेलवे कुछ नया करते हुए अपने ट्रेन की सूरत बदलने की कोशिश की है। इस प्रयास मे भारतीय रेलवे इन दिनों पुराने कोच को अपग्रेड करने मे लगा हुआ है। रेलवे इस बात की तैयारी कर रही है जिससे यात्री आनेवाले दिनों मे स्लीपर क्लास के किराए में एसी इकोनॉमी क्लास की यात्रा का आनंद ले सकेंगे। ट्रेन मे एसी इकोनॉमी क्लास लगाने को लेकर भारतीय रेल ने अपने प्रयास तेज कर दिए हैं।
बता दे कि भारतीय ट्रेन में यह एक नया क्लास होगा। इकोनॉमी क्लास के कोच के लिए भारतीय रेलवे के कई जोन के तहत अब तक मे कुल 27 कोच बनाए गए हैं। सबसे पहले एसी-इकोनॉमी कोचों को पश्चिम रेलवे के तहत दुरंतो ट्रेन और देश के अन्य भागो में चलने वाली ट्रेनों के साथ जोड़ा जाएगा। इकोनॉमी क्लास के कोच में 83 बर्थ बनाए जाने की उम्मीद है। अगर एसी-3 कोच की बात करे तो इसमे 72 बर्थ होते हैं। इस नये क्लास का किराया क्या हो, रेलवे बोर्ड इसे निर्धारित कराने मे लगी हुई है।
ये हो सकता है किराया
रेलवे इकोनॉमिक क्लास के कोच का किराया उतना रखना चाह रही है जितना कि आम तौर पर स्लीपर यानी कि नॉन एसी क्लास का होता है। लेकिन अधिकतर लोग इस बात पर सहमत है कि इसका किराया उतना रखा जाए जितना कि थर्ड एसी क्लास का होता है। अधिकारियों के कथनानुसार, किराए तय करने की बात मई महीने से ही चल रही है लेकिन कुछ भी निश्चित नहीं हो सका है। कहा जा रहा कि रेल मंत्रालय की तरफ से जल्द इसका किराया निर्धारित किया जाएगा।
एक्सट्रा बर्थ के लिए अलग से बे बनाने की भी बात सामने आई है।नया AC-Economy class का डिजाइन कैसा होगा, इस बारे मे यह कहा जा रहा कि यह स्लीपर क्लास के अपग्रेड जैसा हो सकता है। यह लगभग AC-3 टियर के जैसा ही होगी, जिसमें एक्सट्रा बर्थ के लिए अलग से बे बनाया जाएगा।
एसी इकोनॉमी क्लास का नाम होगा 3E
एक रिपोर्ट के जरिये यह जानकारी भी सामने आई है कि एसी इकोनॉमी क्लास का नाम 3E रखा जा सकता है। इससे रिजर्वेशन कराते वक्त आसानी होगी। लगभग दस साल पूर्व गरीब रथ ट्रेनों में एसी इकोनॉमी क्लास कोच की शुरुआत हुई थी, लेकिन कुछ तकनीकी खामियों की वजह से यह असफल साबित हुआ। ज्यादा से ज्यादा यात्रियो के सफर के लिए इसमें एक्सट्रा मिडिल बर्थ लगा दिए गए थे, जिस वजह से यह यात्रियो के लिए आरामदायक साबित नहीं हो सका। बाद में इस क्लास हटा दिया गया।
इन सुविधाओं से होगी लैस
एसी इकोनॉमी क्लास के कोच को रेल कोच फैक्ट्री कपूरथला (Kapurthala) में विशेष रूप से बनवाया गया है। कोच मॉड्यूलर बनाए गए हैं, जो कि यात्रियों के लिए आरामदायक होंगे। इसमें फोल्डेबल स्नैक्स टेबल, वॉटर बोतल, मैगजीन और मोबाइल फोन रखने की जगह भी बनाई गई है, साथ ही रीडिंग लाइट्स, मोबाइल चार्जिंग प्वाइंट और स्टैंडर्ड सॉकेट भी हर बर्थ के साथ लगाया गया है।
- बांग्लादेश संकट से बिहार होगा मालामाल ! कपड़ा उद्योग का हब बन जाएगा बिहार; जाने कैसे - August 23, 2024
- Bihar Land Survey : आज से बिहार में जमीन सर्वे शुरू, इन दस्तावेजों को रखें तैयार; ये कागजात हैं जरूरी - August 20, 2024
- Ola Electric Motorcycle: Splendor से भी कम कीमत मे भारत में लॉन्च हुई ओला इलेक्ट्रिक बाइक, 579 किलोमीटर तक रेंज - August 16, 2024