Bihar News: बिहार सरकार (Bihar Government) ने किसानों को छठ महापर्व के पहले ही सौगात दे दी है। इस कड़ी में राज्य के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) ने सूखा से परेशान किसान परिवारों को 3500 रुपए देने का फैसला किया है। सरकार के इस आदेश के बाद सुखाड़ की मार झेल रहे किसानों के खाते में यह राशि छठ त्यौहार (Chhath Puja 2022) से पहले ही ट्रांसफर कर दी जाएगी।
हर किसान परिवार को मिलेंगे 3500 रुपए
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा उनके ऑफिशल टि्वटर अकाउंट पर यह जानकारी साझा की गई है, जिसमें बताया गया है कि राज्य के 11 सूखाग्रस्त जिलों के 96 प्रखंड के 937 पंचायतों के 7,841 राजस्व ग्रामों एवं इसके अंतर्गत आने वाले सभी गांव टोला और बसावट के सुखाड़ प्रभावित सभी किसान परिवारों को विशेष सहायता के तौर पर 3500 रुपए की राशि उनके बैंक खाते में ट्रांसफर की जाएगी।
(2/3) राज्य के 11 सूखाग्रस्त जिलों के 96 प्रखंडों के 937 पंचायतों के 7841 राजस्व ग्रामों एवं इसके अंतर्गत आने वाले सभी गांव, टोलों तथा बसावटों के सभी प्रभावित परिवारों को विशेष सहायता के रूप में 3500 रु० की राशि प्रति परिवार की दर से उनके बैंक खाते में हस्तांतरित की जा रही है। pic.twitter.com/CnOuldb35U
— Nitish Kumar (@NitishKumar) October 22, 2022
इस दौरान उन्होंने अपने इस ट्वीट में यह भी बताया कि इस राशि का वितरण करने वाले सरकारी नुमाइंदे इस बात का खास तौर पर ख्याल रखेंगे कि सुखाड़ से प्रभावित कोई भी परिवार छूटे नहीं। सभी को उनके खाते में यह विशेष सहायता राशि के 3500 रुपए छठ से पहले ट्रांसफर किए जाए।
11 जिलों में सूखे की मार
मालूम हो कि राज्य के 11 सूखाग्रस्त जिलों के 96 प्रखंडों के 937 पंचायतों के 7841 राजस्व ग्रामों एवं इसके अंतर्गत आने वाले सभी गांव टोला तथा बसावटों के सभी प्रभावित परिवारों को विशेष सहायता के तौर पर 3500 रुपए की राशि प्रति परिवार की दर से उनके बैंक खाते में ट्रांसफर की जाएगी। मुख्यमंत्री की ओर से अधिकारियों को इस मामले में हर तरह से ध्यान पूर्वक काम करने के निर्देश दिए गए हैं।
सुखाड़ से किसानों को हुआ भारी नुकसान
इस साल उत्तर भारत के कई राज्यों में कम बारिश के कारण किसानों को सूखे की मार झेलनी पड़ रही है। बिहार भी इससे अछूता नहीं है। भारत के भी कई जिलों में कम बारिश के चलते किसानों की फसल खराब हो गई है। समय से बारिश ना होने के कारण पहले धान की बुआई में देरी हुई, तो वही कम बारिश के कारण उपज भी खराब हो गई। ऐसे में कई परिवारों के लिए तो उनका जीवन यापन करना भी मुश्किल हो गया है। यही वजह है कि बिहार सरकार ने राज्य के किसानों को राहत राशि देने का फैसला किया है।