बिहार में इन 12 अनुमंडल मे इस वर्ष खुलेंगे राजकीय डिग्री कॉलेज, अगले सत्र से शुरू होगी पढ़ाई

बिहार में इस वर्ष 12 अनुमंडलों में एक-एक राजकीय डिग्री महाविद्यालय की स्थापना की जाएगी। वैसे अनुमंडलों में ही डिग्री महाविद्यालय खोले जाएंगे, जहां अंगीभूत डिग्री कॉलेज वैसे अनुमंडलों में नहीं है। वित्त विभाग ने शिक्षा विभाग द्वारा भेजे गए प्रस्ताव पर स्वीकृति दे दी है। इन महाविद्यालयों में शैक्षणिक इंफ्रास्ट्रक्चर का विकास होने के पश्चात अगले सेशन से पढ़ाई भी आरंभ हो जाएगी।

राज्य के जिन अनुमंडलों में राजकीय डिग्री महाविद्यालय खोलने की मंजूरी मिली है उनमें कटिहार के मनिहारी, खगड़िया के बखरी, बक्सर जिले के जगदीशपुर, सहरसा के सिमरी बख्तियारपुर, गया के नीमचक बथानी, भोजपुर के पीरो, सुपौल के त्रिवेणीगंज, वैशाली के महुआ, सीतामढ़ी के पुपरी, नवादा के रजौली व बेगूसराय के बलिया और तेघड़ा शामिल है।

शिक्षा विभाग के मुताबिक चालू वित्तीय साल 2022-23 में विश्वविद्यालयों एवं अंगीभूत कॉलेजों में गुणवत्तापूर्ण हायर एजुकेशन उपलब्ध कराने के मकसद से आवश्यकता अनुसार आधारभूत सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएगी। बोधगया के मगध विश्वविद्यालय में 100 बेड वाले छात्रावास का निर्माण किया जाएगा। शिक्षा विभाग द्वारा मगध यूनिवर्सिटी प्रशासन के प्रस्ताव पर मंजूरी दे दी गई है। सभी विश्वविद्यालयों व संबद्ध कॉलेजों के धरोहर भवनों के सुरक्षात्मक कार्य प्रारंभ करने को लेकर स्वीकृति दे दी गई है।

जबकि पटना विश्वविद्यालय के धरोहर ह्वीलर सीनेट का जीर्णोद्धार करने में ढाई करोड़ की राशि खर्च की जाएगी। मुजफ्फरपुर के भीमराव बिहार विश्वविद्यालय के लंगट सिंह महाविद्यालय के धरोहरों के भवन की सुरक्षा काम के लिए 16 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे। पटना यूनिवर्सिटी के प्रशासनिक और अकादमिक भवन के निर्माण में डेढ़ सौ रुपए की लागत आएगी। वहीं छह करोड़ खर्च कर पूर्णिया विश्वविद्यालय का चारदीवारी करने का प्लान है।

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