बिहार: नवादा की 4 फीट की श्वेता BPSC पास कर बनी अफसर, कभी हाइट पर समाज मारता था ताना

Shweta Kaur Qualified BPSC: नवादा की श्वेता कौर जिनकी हाइट 4 फीट से भी कम है उन्होंने बीएससी की 67वीं परीक्षा में पास कर परचम लहरा दिया है। श्वेता कौर ने इन परीक्षा मे 330 वां रैंक प्राप्त किया है। बीपीएससी क्वालीफाई करने के बाद श्वेता कौर जिला ऑडिट ऑफीसर के  पद के लिए चुनी गई है। श्वेता कौर अपनी सफलता के बारे में बात करते हुए कहा कि छोटी हाइट होने की वजह से समाज के लोगों को हमेशा यही चिंता रहती थी कि मेरी शादी कैसे होगी।

पटना के रह कर की पढ़ाई (Shweta Kaur Qualified BPSC)

बता दे कि श्वेता के पिता ओम प्रकाश लाल नवादा में एक छोटा सी कपड़े  की दुकान चलाते हैं। उसी दुकान से श्वेता के घर का खर्च चलता है। श्वेता अपनी चार बहनों में सबसे बड़ी है इसलिए इनके ऊपर सारी जिम्मेदारियां थी। वह कई सालों से अपनी छोटी बहन के साथ पटना में रहकर पढ़ाई कर रही थी। श्वेता ने बताया कि वह पटना के पॉश इलाका बोरिंग रोड में रहती थी। यह इलाका काफी महंगा है, जिसकी वजह से बाद में वह पटना अशोक राजपथ में रहने लगी और पढ़ने के लिए बोरिंग रोड आया करती थी।

छोटी हाइट पर लोग मारते थे ताने

अपनी छोटी हाइट पर बात करते हुए श्वेता कौर ने कहा कि मेरी हाइट काफी छोटी है, इस वजह से समाज में मुझे ताने सुनने पड़ते थे। लेकिन इससे मैं निराश नहीं होती थी। श्वेता के घरवाली ने हमेशा उनका हौसला बढ़ाया करते। श्वेता ने कहा कि जब रिजल्ट आया तो मुझे यकीन नहीं हुआ। मैंने कई बार क्रॉस चेक किया तब जाकर मुझे यकीन हुआ कि मैं क्वालीफाई हो गई हूं।

‘मेरी हाइट छोटी थी, लोगों के ताने सुनने पड़ते थे। लोग यही बोलते थे कि मेरी हाइट छोटी है तो शादी कैसे होगी? लेकिन मेरे हौसले कभी कम नहीं हुए। दो बार असफल होने के बाद तीसरी बार परीक्षा के परिणाम आते ही मैं जिला ऑडिट ऑफिसर बन गई हूं।’– श्वेता कौर

रिजल्ट की जानकारी  के बाद सबसे पहले श्वेता ने अपनी मम्मी पापा को फोन कर बताया। दोनों यह खबर सुनकर बेहद खुश हुए । उन्होंने कहा चलो फाइनली तुम्हें तुम्हारी मंजिल मिल गई। श्वेता ने कहा कि हुआ पढ़ाई में सबसे ज्यादा सेल्फ स्टडी पर ध्यान देती हूँ।

Shweta Kaur Qualified BPSC
image credit- Bhaskar

कैसे श्वेता ने किया तैयारी

श्वेता ने अपनी स्नातक की पढ़ाई काशी हिंदू विश्वविद्यालय से किया है। हमेशा से श्वेता कौर को बीपीएससी क्वालीफाई करने का ड्रीम रहा था। वह कहती है वह पढ़ाई करते समय कभी घंटे नहीं गिनती, बल्कि सिलेबस के कवर करने पर ध्यान देती थी। इसके साथ ही उन्होंने अपनी तरह तैयारी करने वाले अभ्यर्थियों के लिए कहा कि वह पीटी और मेंस का साथ में तैयारी करें।

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श्वेता ने आगे बात करते हुए आगे कहा कि सिविल सर्विसेज की तैयारी करने वाले छात्राओं पर काफी दबाव रहता है कि आखिर रिजल्ट आएगा या नहीं, कब आएगा। सबसे बड़ी बात यह है कि इन दबाव के बावजूद हिम्मत कर लगातार कोशिश करते रहें।

Manish Kumar