मुजफ्फरपुर के कचरे से पेट्रोल-डीजल बनाने वाला स्टार्टअप पूरे देश मे होगा लागू! छह रुपये किलो कचरे होगी खरीदी

स्टार्टअप के मामले में बिहार बिहार की गूंज इन दिनों पूरे देश में सुनने को मिल रही है। अब बिहार के लिए एक और अच्छी खबर है। मुजफ्फरपुर जिले के स्टार्टअप को पीएम नरेंद्र मोदी के कार्यालय ने पसंद किया है। प्लास्टिक कचरे से डीजल-पेट्रोल तैयार करने वाला मुजफ्फरपुर का स्टार्टअप की चर्चा तो शुरू होने बाद से ही हो रही थी लेकिन अब पीएम मोदी कार्यालय ने इसे पसंद किया है। इस टेक्नोलॉजी को केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के स्तर पर पूरे देश में विस्तारित करने की योजना है। पीएमओ की पहल पर इस संबंध में केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने मुजफ्फरपुर के कुढ़नी में स्टार्टअप की शुरु करने वाले जिले के आशुतोष मंगलम को खत लिखा है।

बोर्ड के अधिकारियों के द्वारा पत्र में प्लास्टिक कचरा से डीजल पेट्रोल तैयार करने वाले टेक्नोलॉजी को शेयर करने का मंतव्य दिया गया है। बोर्ड ने अपने अस्तर से प्लास्टिक कचरे से निर्मित पेट्रोल व डीजल बनाने की टेक्नोलॉजी का परीक्षण करेगी। ट्रायल के बाद इस टेक्नोलॉजी को मुजफ्फरपुर के साथ ही दूसरी आकांक्षी जिलों में शुरू करने की योजना पर काम हो रहा है। इसके अलावा 25 मई को इस स्टार्टअप की समीक्षा प्रधानमंत्री दफ्तर का स्तर पर किया जाएगा।

स्टार्टअप शुरू करने वाले आशुतोष कुमार मंगलम ने कहा कि नगर निगम से फिलहाल प्लास्टिक कचरा ले रहे हैं। अब तैयारी है कि घरों एवं स्कूलों से प्लास्टिक कचरा खरीदा जाए। इसके लिए प्रधानमंत्री दफ्तर के स्तर से सलाह दिया गया है। छह रुपये का भुगतान एक किलो प्लास्टिक कचरे के लिए किया जाता है। जिला उद्योग केंद्र के अधिकारी बताते हैं कि यह स्टार्टअप मुजफ्फरपुर के लिए गौरव की बात है। उद्योग विभाग के द्वारा स्थापित शुरू करने में सहयोग प्रदान किया गया है और इसे प्रोत्साहित करने के लिए योजना पर काम हो रहा है।