बेटे की पढ़ाई के लिए पिता ने बेच दी जमीन, बिहार के आलोक ने 346वीं रैंक ला रख ली परिवार की लाज

Alok Ranjan UPSC Success Story :यूपीएससी (UPSC) पास करना लाखों छात्रों का सपना होता है और परीक्षा (UPSC Exam) शुरू करने से लेकर कामयाबी हासिल करने तक कई साल गुजर जाते हैं। युवाओं में यूपीएससी को लेकर इतना क्रेज होता है कि विषम परिस्थितियों के बावजूद भी इसकी तैयारी में जुटे रहते हैं। ऐसे ही एक कहानी है बिहार के आलोक रंजन (Alok Ranjan Success Story) की। अपने फौलादी हौसले से प्रतिकूल परिस्थितियों के बीच लक्ष्य हासिल करने वाले नवादा के आलोक युवाओं के लिए प्रेरणा बन गए हैं। यूपीएससी के जारी नतीजे में आलोक को 346वीं रैंक (Alok Ranjan Got 346 Rank In UPSC) प्राप्त हुआ है।

UPSC Success Story Of Alok

346वीं रैंक लाकर आलोक ने पूरा किया सपना

आलोक की सफलता से मां और पापा खुशी से गदगद हैं। बेटे की कामयाबी देख वे भावुक हैं। आलोअ के पिता कहते हैं कि बेटे की मेहनत का नतीजा है कि आज यह सफलता मिली है। हम सब काफी खुश हैं। इस कामयाबी के पीछे दुख, निराशा, हताशा, अवसाद, मेहनत और धैर्य की लंबी स्टोरी है। आलोक के पिता ने बताया कि शुरू में ही हमने यह सोच लिया था कि घर की स्थिति भले ही डगमगा जाए लेकिन किसी एक संतान को यूपीएससी की तैयारी जरूर करवाएंगे। अपने पत्नी की तरफ इशारा करते हुए उन्होंने कहा कि बेटे का भविष्य बनाने के लिए मां ने काफी तकलीफ सहा है।

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पैतृक जमीन बेच पिता ने करवाई पढ़ाई

आलोक का परिवार आज भी किराए के मकान में रहता है। मां कहती है कि घर तो बनवा सकते थे लेकिन बेटे की जिंदगी बनाने के लिए पैतृक जमीन भी बेचना पड़ा। बाद में आर्थिक स्थिति चरमरा गई तब वह नवादा की एक कीमती जमीन भी बेच दिया। जमीन के पैसे से बेटे की पढ़ाई पूरी करवाई। आलोअ की कहानी से यह पता चलता है कि पूरा परिवार के त्याग और समर्पण का नतीजा है कि पूरा गांव उनकी कामयाबी से खुश हैं।

आलोक कहते हैं कि माता और पिता दोनों पैसे से शिक्षक है। पांचवी तक पढ़ाई गांव में ही पूरा हुआ फिर नवादा से मैट्रिक की पढ़ाई पूरी की। दिल्ली के इंद्रप्रस्थ यूनिवर्सिटी से इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी की उसके बाद यूपीएससी की तैयारी में जुट गया। साल 2015 से ही तैयारी कर रहा था लेकिन लंबी अवधि के बाद सफलता आज मिली है।

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