समाज कल्याण मंंत्री मदन सहनी के इस्तीफे की बात सामने आने पर राजनीतिक महकमे मे हड़कंप मच गया है। पक्ष और विपक्ष दोनों तरफ से बयानबाजी का दौर जारी है। इस्तीफे का बयान सामने आने के बाद से ही अफसरशाही का मुद्दा गर्म है। विपक्ष के साथ ही सत्ता पक्ष ने भी मदन सहनी का समर्थन किया है। इधर इस्तीफे की पेशकश करने के बाद से मदन सहनी पटना से बाहर हैं।
नीरज कुमार बबलू ने कहा ??
इस बीच भाजपा कोटे से वन पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन विभाग के मंत्री नीरज कुमार बबलू ने जो बयान दिया है उसके बाद राजनीति और भी गर्म हो गई है। नीरज कुमार बबलू खुलकर मदन सहनी के समर्थन मे उतर आए हैं। उन्होंने कहा कि जैसे ही बात सार्वजानिक हुई , मुख्यमंत्री को इस पर संज्ञान लेना चाहिए था। मदन सहनी को भी चाहिए था कि वे मुख्यमंत्री से मिलकर अपनी बात रखते।
सरकार चलाने का काम मंत्रियो द्वारा किया जाता है, उन्हें जनता के बीच जाना पड़ता है और वे जनता के प्रति जवाबदेह होते हैं। सरकारी योजनाओ के बारे मे भी जानकारी देना मंत्रियो के अधिकार क्षेत्र मे है। ऐसे मे अधिकारियों को बयानबाजी से बचना चाहिए। यह पूछे जाने पर कि क्या उन्होंने कभी अफसरशाही का सामना किया है, उन्होंने कहा कि हर जगह कुछ न कुछ परेशानी है, वे इससे लड़़ लेते हैं। जो भी गलतफहमी है, उसे दूर करना चाहिए।
मंत्री नीरज कुमार बबलू के पहले भाजपा कोटे के मंत्री जीवेश मिश्रा ने का एक बयान सामने आया था, जिसमें उन्होंने कहा था कि वे नहीं मानते कि कोई अफसरशाही है। उन्होंने इसकी शिकायत करने वाले को अफसरों से तालमेल बिठाने की सलाह दी थी। इस पर मंत्री मदन सहनी काफी भड़क गए थे और उन्होंने कहा था कि वे दलाल नहीं कि तालमेल बिठाने का काम करें। इसके साथ साथ उन्होंने मंत्रीजी को उनके हद मे रहने की हिदायत भी दी थी।
- बांग्लादेश संकट से बिहार होगा मालामाल ! कपड़ा उद्योग का हब बन जाएगा बिहार; जाने कैसे - August 23, 2024
- Bihar Land Survey : आज से बिहार में जमीन सर्वे शुरू, इन दस्तावेजों को रखें तैयार; ये कागजात हैं जरूरी - August 20, 2024
- Ola Electric Motorcycle: Splendor से भी कम कीमत मे भारत में लॉन्च हुई ओला इलेक्ट्रिक बाइक, 579 किलोमीटर तक रेंज - August 16, 2024