लालू यादव ने मुलायम सिंह यादव को प्रधानमंत्री बनने से रोक दिया था: सुशील मोदी

जब से कोरोना संक्रमण की शुरुआत हुई है, देश में राजनीतिक आरोपों और प्रत्यारोपों का दौर जारी है। कभी कोरोना वैक्सीन को लेकर तो कभी किसी और बात को लेकर नेता अपनी बयानबाजी से सुर्खियों बटोरते रहे है। इसी क्रम में पूर्व उप मुख्यमंत्री और भाजपा के राज्यसभा सांसद सुशील मोदी ने एक बड़ा बयान दिया है।

दरअसल : सूबे के पूर्व उप मुख्यमंत्री और राज्यसभा सदस्य सुशील कुमार मोदी ने सोमवार को ट्वीट कर कहा है कि राष्ट्रीय जनता दल (राजद) प्रमुख लालू प्रसाद और सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव दोनों ने अब तक कोरोना का टीका नहीं लिया है। उन्होंने कहा कि दोनों नेता अपने-अपने अंदाज में कोरोना टीका के प्रति अविश्वास और भ्रम फैलाने की निगेटिव ब्रांडिंग कर लाखों गरीब-पिछड़े-ग्रामीण समर्थकों की जान जोखिम में डालने की कीमत पर राजनीति कर रहे हैं। इसके साथ ही बीजेपी नेता सुशील मोदी ने तंज करते हुए कहा कि जिन लालू से अखिलेश यादव आज मिल रहे हैं उन्हीं ने कभी मुलायम सिंह यादव का प्रधानमंत्री बनने का सपना तोड़ दिया था।

क्या आरोप लगाया सुशील मोदी ने ??

सुशील मोदी ने कहा कि दिल्ली में उनकी मुलाकात की जो तस्वीर सामने आई है, उसमें दोनों ने मास्क नहीं लगा रखा है। उन्होंने कहा कि , एक तरफ तो ये लोग खुद कोविड नियमों का पालन नहीं करते हैं वहीं दूसरी तरफ देश के टीकाकरण अभियान पर तरह-तरह के बेतुके सवाल उठाकर गरीबों के हमदर्द बनतेे हैं। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि लालू प्रसाद और अखिलेश यादव अपने अपने प्रदेश में एक-दूसरे की पार्टी के पैर जमने नहीं देते। लालू प्रसाद ने कभी अखिलेश के पिता मुलायम सिंह यादव को प्रधानमंत्री बनने से रोक दिया था। राजद ने 2015 के बिहार विधानसभा चुनाव में सपा को केवल चार सीट देकर मुलायम सिंह का अपमान किया था। गौरतलब है कि सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने अबतक कोरोना वैक्सीन नहीं ली है, जबकि उनके पिता व उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री मुलायत सिंह यादव कोरोना का टीका ले चुके हैं।

कोरोना को लेकर केंद्र की तैयारी पर सुशील मोदी ने क्या कहा??

सुशील मोदी ने कहा कि कोरोना से लड़ने के किये केंद्र की तैयारी पूरी तरह से दुरस्त है। उन्होंने कहा कि कोरोना की संभावित तीसरी लहर का सामना करने के लिए केंद्र सरकार तीन माह में देश भर में ऐसे 50 माड्यूलर अस्पताल बनाएगी, जहां आइसीयू और आक्सीजन का इंतजाम होगा। इसके साथ 12 से 18 साल तक के बच्चों के लिए जल्द टीका उपलब्ध कराने के लिए परीक्षण जारी हैं। हमें गैर जिम्मेदार विपक्षी नेताओं के बयान से ज्यादा अपने चिकित्सा विज्ञानियों पर भरोसा करना चाहिए।

Manish Kumar

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