6 साल में करोड़पति बन गई लेडी सरपंच; महीने मे मिलते थे 3000 रुपए पर घर में मिले 12 करोड़

बीते मंगलवार को मध्य प्रदेश के रीवा ज़िले की एक महिला सरपंच के घर लोकायुक्त की रेड पड़ी। इस रेड के बाद महिला सरपंच के घर से जितनी राशि बरामाद की गयी वो कोई उद्योगपति भी इतने कम समय में नहीं कमा सकता है।

आलीशान घर में बना रखा था स्वीमिंग पूल

मध्यप्रदेश के रीवा ज़िले के बैजनाथ ग्राम पंचायत में महिला सरपंच के तौर पर नियुक्त सुधा जितेंद्र सिंह के निवास पर बीते मंगलवार को लोकायुक्त रेड पड़ी। रेड से बरामद हुई प्रॉपर्टी का जब हिसाब किया गया तो सबकी आंखें खुली की खुली रह गयीं। रीवा-सतना रोड पर शारदापुरम कॉलोनी गोड़हर में बने सरपंच के घर पर जब लोकायुक्त रेड पड़ी तो हड़कंप मच गया। सरपंच के बंगले की कीमत 2 करोड़ रूपए की बताई गई। इस बंगले में एक स्वीमिंग पूल प्रत्यक्ष रूप से दिख रहा था। आपको बता दें कि महिला सरपंच सुधा साल 2015 में सरपंच बनीं थीं। और महज़ 6 सालों के भीतर ही वो करोड़पति बन गईं।

महँगी गाड़ियों का था शौक, 7 करोड़ की गाड़ियां बरामद

रेड के दौरान महिला सरपंच सुधा के आवास से कई सारी चीज़ें बरामद की गई। 2 क्रेसर मशीन, 1 मिक्सचर मशीन ,1 ब्रिक मशीन और 30 बड़े वाहन बरामद हुए। इन वाहनों में चेन माउंट, जेसीबी, हाइवा, लोडर, ट्रेक्टर, इनोवा, स्कॉर्पियो , ईंट मशीन जैसे वाहन थे। इन वाहनों की कीमत कुल-मिलाकर 7 करोड़ रुपए की है।

सोने-चाँदी भी भारी मात्रा में ज़ब्त किये गए। 20 लाख रूपए के सोने-चाँदी से बने ज़ेवर मिलें। वहीँ 12 लाख रूपए जीवन बीमा पॉलिसी और बैंक खाते से मिले। 36 भूखंड के दस्तावेज़ भी बरामद हुए हैं जिनमें से 12 भूखंड की कीमत 80 लाख रूपए बताई गई। कुल मिलाकर 12 करोड़ की संपत्ति पाई गई जिसकी कार्रवाई जारी है। एसपी लोकायुक्त राजेंद्र वर्मा के अनुसार, सरपंच के 4 ठिकानों पर जांच जारी है।

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ठेकेदार पति के साथ मिलकर उठाया सरकारी योजनाओं का फायदा

इस बात की जानकारी सामने आई है कि महिला सरपंच का पति ठेकेदारी का काम करता है। दोनों ने सरकारी योजनाओं का गलत तरीके से लाभ उठाया। आपको बता दें कि एक सरपंच को महीने में सरकार 2500 रूपए का मानदेय देती है। कुछ अलग भत्ते जोड़कर ये कुल 3000 रुपए के बराबर होता है।

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