इलेक्ट्रिक कार खरीदना कोई समझदारी नहीं है, आखिर Kia के नेशनल हेड ने क्यों कही ये बात; जाने वजह

Electric Car: देशभर में इन दिनों इलेक्ट्रिक कारों की डिमांड तेजी से बढ़ती जा रही है। वहीं इलेक्ट्रिक कारों के बढ़ते डिमांड ग्राफ को देखते हुए तमाम वाहन निर्माता कंपनियां एक से बढ़कर एक इलेक्ट्रिक व्हीकल अपने पोर्टफोलियो में जोड़ रही हैं। इस कड़ी में टाटा मोटर्स, हुंडई, एमजी मोटर्स, महिंद्रा एंड महिंद्रा और किआ इंडिया जैसे सभी ब्रांच के बीच इलेक्ट्रिक सेगमेंट को लेकर होड़ मची हुई है.

लेकिन हाल ही में किआ इंडिया के नेशनल सेल्स एंड मार्केटिंग हेड हरदीप सिंह बरार ने इलेक्ट्रिक व्हीकल को लेकर कुछ ऐसा कहा जिस ने सभी को चौंका दिया। हरदीप सिंह बरार ने कहा कि- साल 2025 के बाद ही भारत में इलेक्ट्रिक कार खरीदने का सेंस बनता है। आखिर KIA इंडिया के नेशनल हेड ने ऐसा क्यों कहा… आइए इस बारे में हम आपको डिटेल में बताते हैं।

किआ इंडिया के नेशनल हेड का इलेक्ट्रिक कारों पर बड़ा बयान

बता दे किआ इंडिया ने बाजार में हाल ही में अपनी नई सेल्टोस फेसलिफ्ट कार को पेश किया है। इसी एसयूवी कार के साथ किआ ने भारतीय बाजार में 4 साल पहले एंट्री की थी। वही अब कंपनी ने एक बार फिर इसके अपडेट वर्जन को मार्केट में उतारा है। इस मौके पर किया इंडिया के नेशनल सेल्स एंड मार्केटिंग हेड हरदीप सिंह बरार भी मौजूद रहें।

इस दौरान उन्होंने मीडिया से बातचीत में इलेक्ट्रिक कारों को लेकर अपना रुख साफ किया। दरअसल जब हरदीप सिंह बरार से पूछा गया कि- इलेक्ट्रिक व्हीकल सेगमेंट में वह किस तरह की चुनौतियां देखते हैं, तो इसके जवाब में उन्होंने कहा- मौजूदा हालातों को देखते हुए इस सेगमेंट में तीन से चार बड़ी चुनौतियां है। इस दौरान उन्होंने खुलकर इन चुनौतियों का भी ज़िक्र किया।

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  • उन्होंने कहा इलेक्ट्रिक गाड़ियां कम है, तो लोगों के पास चुनाव करने के लिए अभी विकल्प भी कम मौजूद है।
  • पेट्रोल डीजल के मुकाबले इलेक्ट्रिक कारें काफी महंगी है। पेट्रोल-डीजल की गाड़ियों के मुकाबले इलेक्ट्रिक कारों की कीमत 70 से 80% तक ज्यादा है।
  • मौजूदा समय में इलेक्ट्रिक गाड़ियों को लेकर देश में चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर की भी कमी है, जो बड़ी परेशानी की वजह है।
  • इसके साथ ही मौजूदा समय में लांच की गई कई इलेक्ट्रिक कारों की रेंज काफी कम है। हालांकि धीरे-धीरे रेंज में सुधार हो रहा है। ऐसे में उम्मीद है कि 2025 तक हालात सुधर जाएंगे।

हरदीप सिंह बरार का कहना है कि साल 2025 तक इंडियन ऑटो इंडस्ट्री में इलेक्ट्रिक वाहनों को लेकर इंफ्रास्ट्रक्चर ठीक हो जाएगा। लोगों को चार्जिंग की सुविधा भी मिलने लगेगी और साथ ही रेंज के मामले में भी कारों में सुधार होगा। उन्होंने कहा कि- मेरा मानना है कि साल 2025 के बाद ही इलेक्ट्रिक गाड़िया खरीदने का कोई सेंस बनता है। इससे पहले खरीदना परेशानी की वजह बन सकता है।

किआ इंडिया ला रही है नई इलेक्ट्रिक कारें

बता दे किआ इंडिया भारतीय बाजार के मास मार्केट में कई इलेक्ट्रिक कारों को लाने की तैयारी कर रही है। हालांकि सेगमेंट को लेकर कंपनी ने अभी अपने पोर्टफोलियो में अब तक सिर्फ Kia EV6 इलेक्ट्रिक एसयूवी को ही लांच किया है, जो एक प्रीमियम इलेक्ट्रिक कार है। इसकी कीमत 60.95 लाख रुपए से शुरू होकर 65.95 लाख रुपए तक है।

वही ड्राइविंग रेंज के मामले में कंपनी का दावा है कि यह सिंगल चार्ज में 708 किलोमीटर की रेंज देने में सक्षम है, लेकिन बता दें कि किआ इंडिया की ये इलेक्ट्रिक कार आम आदमी के बजट से पूरी तरह से बाहर है। ऐसे में कंपनी अपने पोर्टफोलियो में अगली कार आम आदमी के बजट में उतारने की प्लानिंग कर रही है।

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