इस वक़्त बिहार की राजधानी और उसके करीबी जिला मुजफ्फरपुर से एक बड़ी खबर सामने आई है जहां एक जिला परिवहन पदाधिकारी के ठिकाने पर छापेमारी की जा रही है। जी हां, दरअसल धनकुबेर डीटीओ के खिलाफ निगरानी विभाग में केस दर्ज होने के बाद छापेमारी की कार्यवाई शुरू की गई है।
पूरी जानकारी के मुताबिक आय से अधिक संपत्ति के मामले में केस दर्ज होने के बाद निगरानी विभाग की अलग अलग टीम डीटीओ के पटना और मुज्जरफरपुर के ठिकानों पर लगातार छापेमारी कर रही है, फिलहाल उनके पटना के कंकड़बाग स्थित अपार्टमेंट के 2 फ्लैट के अलावा मुजफ्फरपुर में छापेमारी की प्रक्रिया चल रही है। आपको बता दें कि डीटीओ पदाधिकारी राजेश लाल मुजफ्फरपुर के अलावा छपरा के प्रभार में है और उनके ऊपर कई संगीन आरोप लगाए गए है।
वही छापेमारी के दौरान निगरानी विभाग की टीम को 50 लाख कैश के साथ लॉकर और दूसरी चीजे मिली है और आगे की जांच भी चालू है। दरअसल ये पूरा मामला तब प्रकाश में आया जब पिछले दिनों डीटीओ कार्यालय से फर्जी के रजिस्ट्रेशन कार्ड बरामद हुए थे और साथ ही गाड़ियों की खरीद बिक्री में भी धांधली की प्रक्रिया का खुलासा हुआ था। जिसके बाद जांच की गई. फिलहाल डीटीओ कार्यालय के सहकर्मी जेल में बंद हैं।
छापेमारी की प्रक्रिया के दल में शामिल डीएसपी निगरानी कन्हैया प्रसाद ने बताया कि जाँच की प्रक्रिया जारी है और अभी डीटीओ राजेश लाल से निगरानी की टीम उनके पटना आवास पर ही उनसे पूछताछ कर रही है। आपको बता दें कि राजेश लाल मुजफ्फरपुर के अलावा छपरा जिले के भी डीटीओ है और उनपर किसी के द्वारा आय से अधिक संपत्ति रखने के मामला निगरानी थाने में केस दर्ज कराया गया है जिसके बाद करवाई की प्रक्रिया शुरू की गई है।