टोल प्लाज़ा पर प्रदूषण, बीमा और फिटनेस फेल गाड़ियों का ऑटोमैटिक कट जाएगा चालान, ई-डिटेक्शन सिस्टम हुआ लागू

Toll Plaza Challan: वाहन चालक ध्यान से सुन ले ! वाहन का बीमा, प्रदूषण और फिटनेस फेल होने पर टोल प्लाजा पर खुद यानी की ऑटोमेटिक चालान कट जाएगा। इसे किसी भी तरह से नहीं छुपाया जा सकेगा। परिवहन विभाग की तरफ से ऐसी व्यवस्था की गई है की चाह कर भी कोई वाहन मालिक इससे बच नहीं सकेगा। टोल प्लाजा से गुजरते ही ई-चालान उनका कट जाएगा। इससे बिना परमिट चलने वाले बसों पर भी लगाम लग सकेगा और मोटर वाहन अधिनियम का उल्लंघन करने वाले गाड़ियों से जुर्माना वसूला जा सकेगा।

बता दें कि टोल प्लाजा पर ई-डिटेक्शन मशीन लगाई गई है, जिससे टोल प्लाजा से गुजरते ही उनका ई चालान ऑटोमेटिक कट जाएगा। ई-डिटेक्शन सिस्टम राज्य के सभी टोल प्लाजा पर लगाया जा चुका है। यह सिस्टम टोल प्लाजा से गुजरने वाले वाहनों की खुद जांच करेगी। जिनके दस्तावेज सही नहीं पाए जाएंगे उनका ऑटोमेटिक ई-चालान कट जाएगा। अब मोटर वाहन अधिनियम का उल्लंघन करने वाले वाहन किसी भी हाल में नहीं बच सकेंगे।

परीक्षण के लिए प्रायोगिक तौर पर इसका इस्तेमाल किया जा चुका है। जिसके तहत दो दिनों में टोल प्लाजा पर 5000 से अधिक वाहनों का ही ई-चालान काटा गया। अब परीक्षण सफल होने के बादइसे पूरे राज्य में लागू किया जा रहा है। यह चालान एक दिन में किसी टोल प्लाजा पर एक ही बार काटा जा सकेगा। चालान संबंधित वाहन मालिक के मोबाइल नंबर पर भेज दी जाएगी।

कैसे काम करता है ई-डिटेक्शन सिस्टम (Toll Plaza Challan)

जैसे ही टोल प्लाजा पर कोई वाहन गुजरेगी और उसका फास्ट टैग टोल प्लाजा के संपर्क में आएगा तो या खुद ही गाड़ी की तस्वीर के साथ उससे संबंधित डाटा सॉफ्टवेयर में आ जाएगी। इसके बाद यह डाटा सॉफ्टवेयर खुद एनआईसी पोर्टल पर उपलब्ध उस वाहन के डाटा के साथ मैच करवाएगी। इस मिलन के तहत वाहन के रजिस्ट्रेशन, फिटनेस, बीमा, पॉल्यूशन आदि की जानकारी मिल जाएगी। इन दस्तावेजों में कोई भी कमी पाई जाने पर संबंधित वाहन का ई-चालान हो जाएगा। जिसे वाहन मालिक के मोबाइल पर भेज दिया जाएगा।

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मोटर वाहन चालक अधिनियम के उलंघन को प्रभावी रूप से लागू करने के लिए बिहार सरकार की तरफ से यह बड़ा कदम उठाया गया है। टोल प्लाजा पर ई-डिटेक्शन प्रणाली लागू हो जाने से वाहन चालक किसी भी सूरत में मोटर वाहन अधिनियम का उल्लंघन नहीं कर सकेंगे और उल्लंघन करने पर ऑटोमेटिक चालान हो जाएगी। इससे दुर्घटनाओं के साथ-साथ नियमों के पालन में भी काफी मदद मिलेगी। बता दे की राज्य में ज्यादातर सड़क दुर्घटनाएं राष्ट्रीय राज्य मार्ग पर हो रही है। इसके नियंत्रण के लिए जरूरी है कि वहां का फिटनेस, परमिट, बीमा आदि का पालन किया जाए। इस सिस्टम से सभी मोटर वाहन अधिनियमों का अच्छे से पालन संभव हो सकेगा.

Manish Kumar