भारत में अरबपतियों की संख्या बढ़ कर हुई 126, मुकेश अंबानी को पछाड़  इस मामले मे आगे निकले अदानी 

नये वर्ष 2022 (New Year 2022) का आगाज हो चुका है। ऐसे में बीते साल पर एक नज़र डालें तो कोरोना लहर के बावजूद साल 2021 निवेशकों के शानदार रहा। शेयर बाजार में निवेश करने वालों की संपत्ति में 72 लाख करोड़ रुपये का इजाफा दर्ज किया गया है। रिपोर्ट की मानें तो इस साल देश के अरबपतियों की संख्या बढ़कर 126 हो चुकी है। इस सूची में मुकेश अंबानी अब भी शीर्ष पर बने हुए हैं।

साल 2020 में इस श्रेणी में शामिल थे 85 अरबपति

पिछले डेढ़ साल से शेयर बाजार में तेजी देखी गई है और इसके साथ ही आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) की बाढ़ से देश में नए प्रवर्तकों की संख्या में इजाफा देखने को मिल रहा है। 1 अरब डॉलर (करीब 75,000 करोड़ रुपये) की क्षमता वाले प्रवर्तकों और कारोबारियों की संख्या 2020 में 85 दर्ज की गई थी, जो इस साल बढ़कर 126 हो चुकी है। इन अरबपति प्रवर्तकों की समेकित संपत्ति करीब 728 अरब डॉलर करीब 54.6 लाख करोड़ रुपये आंकी गई है, जो कि 2020 के दिसंबर में 494 अरब डॉलर (37 लाख करोड़ रुपये) थी।

कुल संपत्ति जीडीपी का 25 फीसदी

रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि सूची में 126 अरबपतियों शामिल है, जिसकी समेकित संपत्ति वित्तीय वर्ष 2022 (Financial Year 2022) में देश के अनुमानित सकल घरेलू उत्पाद (GDP) के लगभग 25 प्रतिशत हो चुके हैं। अगर गत वर्ष से इसकी तुलना करें तो पिछले साल अरबपतियों की कुल संपत्ति और जीडीपी का अनुपात 18.6 फीसदी आंका गया था। रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि पिछले डेढ़ वर्षों में दलाल स्ट्रीट पर एक मजबूत रैली और प्रारंभिक सार्वजनिक पेशकश (IPO) में अभूतपूर्व उछाल दर्ज किया गया है, जिससे देश में अरबपति प्रवर्तकों की संख्या में इजाफा दर्ज किया गया है।

मुकेश अंबानी फिर पहले पायदान पर

रिपोर्ट मे जो आंकड़े प्रकाशित किए गए हैं, उसमें रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड के चेयरमैन मुकेश अंबानी फिर अरबपतियों की लिस्ट में पहले स्थान पर बने हुए हैं। मुकेश अंबानी की कुल संपत्ति 104.7 अरब डॉलर यानी कि या 7.85 लाख करोड़ रुपये में आंकी गई है। पिछले साल की तुलना में यह 21.4 फीसदी अधिक है। रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि 2019 में अंबानी की संपत्ति में 37 फीसदी का इजाफा दर्ज किया गया था। दिसंबर 2020 में रिलायंस इंडस्ट्रीज का बाजार पूंजीकरण 12.81 लाख करोड़ दर्ज किया था, जिसमें इस साल 25 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई है और यह 16 लाख करोड़ रुपये पहुंच चुका है।

अदाणी की संपत्ति सबसे तेजी से बढ़ी

वृद्धि दर में अदाणी समूह के गौतम अदाणी लगातार दूसरे साल आगे रहे हैं, और इसके साथ ही वे इस बार भी संपत्ति में सबसे ज्यादा इजाफा करने वाले प्रवर्तक हैं। 2021 में अदाणी समूह की कुल संपत्ति 82.43 अरब डॉलर आंकी गई, अगर दिसंबर 2020 से इसकी तुलना करें तो उस समय यह करीब 40 अरब डॉलर था। 2019 में उनकी संपत्ति 20 अरब डॉलर में आंकी गई थी। आपको बता दें कि अदाणी समूह की सूचीबद्घ कंपनियों का संयुक्त बाजार पूंजीकरण इस साल 133 फीसदी बढ़ चुका है और अब यह 9.87 लाख करोड़ हो चुका है जो दिसंबर 2020 में 4.27 लाख करोड़ रुपये था।

इन उद्योगपतियों की संपत्ति में भी इजाफा

तकनीकी क्षेत्र के उद्यमियों की कुल संपत्ति में भी काफी इजाफा देखा गया है, जिसमें विप्रो के अजीम प्रेमजी, एचसीएल टेक के शिव नाडर और इंफोसिस के संस्थापकों की संपत्ति शामिल है। दरअसल आईटी कंपनियों के शेयरों में तेजी का इन्हें जबरदस्त फायदा हुआ है। शीर्ष उद्यमियों, जिनकी संपत्ति में सबसे अधिक इजाफा हुआ है, उसमें एवेन्यू सुपरमार्ट के आर के दमाणी का नाम भी है, वे 30.1 अरब डॉलर नेटवर्थ के साथ देश के चौथे सबसे अमीर प्रवर्तक बने हुए हैं। पिछले साल उनका नेटवर्थ 18.4 अरब डॉलर आंका गया था। बजाज समूह के राहुल बजाज की संपत्ति में भी जबरदस्त इजाफा दर्ज किया गया है।

Manish Kumar