सुनों, डीजल गाड़ी खरीदने जो रहे हो क्या? तो जरूर जाने लो ये खास बातें; फिर रो-रो कर मत कहना बताया नहीं!

Rules For Diesel Car Buyers: अगर आप हाल फिलहाल में डीजल कार खरीदने की प्लानिंग कर रहे हैं, तो यह खबर आपके लिए बेहद जरूरी साबित हो सकती है। दरअसल नए उत्सर्जन नियम और कम वैधता के चलते इन दिनों लोग डीजल इंजन वाले वाहन खरीदने से जरा बच रहे हैं। वहीं दूसरी ओर भारी तादाद में ऐसे लोग भी हैं, जो इन डीजल कारों को खरीदना आज भी पसंद कर रहे हैं। अगर आप भी इन्हीं लोगों में शामिल हैं, तो आप जरा इन बातों पर ध्यान दें और डीजल कार को खरीदने से पहले दो बार जरूर सोचें।

दरअसल 10 साल से अधिक पुरानी डीजल गाड़ियों पर सरकार की ओर से प्रतिबंध लगा दिया गया है। इसके साथ ही हाल ही में साल 2027 तक सभी डीजल कारों को पूरी तरह से प्रतिबंधित करने पर विचार-विमर्श चल रहा है। ऐसे में नई डीजल कार खरीदने वालों को इस प्रस्ताव के चलते एक झटके में लाखों का फटका लग सकता है।

कम है डीजल कारों की रीसेल वैल्यू

मालूम हो कि 10 साल का डीजल कार प्रतिबंध और 2027 तक देश के प्रमुख शहरों में सभी डीजल वाहनों को पूर्ण रूप से प्रतिबंधित करने की संभावना ने निश्चित तौर पर डीजल कारों के रीसेल वैल्यू घटा दी है। आने वाले समय में इसके और भी नीचे गिरने की संभावना है। मौजूदा नीतियों के आधार पर बात करें तो बता दें कि एक डीजल कार को 0 साल के उपयोग के बाद उसके जीवन के अंत चरण में पहले ही नष्ट कर दिया जाना चाहिए। इसके साथ ही सरकार बिना किसी अधिसूचना के इन कारों का पंजीकरण भी रद्द कर देने का अधिकार रखती है, जिसके कारण डीजल कार मालिकों को बड़ी परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।

डीजल कार बढ़ा देती है जेब खर्च

इसके अलावा सख्त उत्सर्जन मानकों के कारण डीजल कार की मैन्युफैक्चरिंग और खरीद लागत भी बढ़ रही है और ऐसा इसलिए क्योंकि उत्सर्जन मानकों को पूरा करने के लिए वाहन निर्माता अपने डीजल इंजन में एडिशनल कंपोनेंट का इस्तेमाल कर रहे हैं, जिसके चलते यह माना जा रहा है कि इन वाहनों की कीमत बढ़ सकती है।

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मौजूदा समय में देश में इन दिनों पेट्रोल-डीजल की कीमत आसमान छू रही है। बीते कुछ सालों में पेट्रोल और डीजल की कीमत में भारी उछाल देखा गया है। वही इन दोनों की कीमत में भी काफी अंतर है। ऐसे में ये कहना गलत नहीं होगा कि डीजल इंजन वाली कारों को खरीदना अभी भी पेट्रोल वाली कारों को खरीदने से तो किफायती है।

डीजल इंजन कारों पर मंडरा रहा अब बंद होने का खतरा

इसके साथ ही मारुति सुजुकी जैसी देश की प्रमुख वाहन निर्माता कंपनियों ने डीजल इंजन विकल्प को पूरी तरह से खत्म करने की प्लानिंग कर ली है। टाटा मोटर्स और महिंद्रा जैसी प्रमुख कार निर्माता कंपनियों के पास अभी भी भारी तादाद में डीजल आधारित कारे पोर्टफोलियो में मौजूद ,है जिन्हें कभी भी सरकार पूरी तरह से खत्म करने का आदेश दे सकती है। ऐसे में डीजल कार खरीदना अपने आप में आपके पैसों पर बड़ा खतरा साबित हो सकता है।

महंगा पड़ता है डीजल कार का बीमाज

इसके साथ ही बता दे कि अन्य कारों की अपेक्षा में डीजल वाहन को चालू रखने के लिए आवश्यक उच्च स्तर के रखरखाव के साथ-साथ बीमा कराना भी महंगा पड़ता है। मौजूदा समय में आटोमोटिव परिदृश्य के लिहाज से बात करें तो बता दें कि बीमा कंपनियां भी डीजल कार पर अधिक प्रीमियम वसूलने का काम करती है। ऐसे में आपको अपनी डीजल कार को सुरक्षित रखने के लिए उसका महंगा बीमा भी करवाना पड़ता है।

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