2011 वर्ल्ड कप में मैं होता तो भारतीय बल्लेबाजों की पसलियां जरुर तोड़ देता- शोएब अख्तर

रावलपिंडी एक्सप्रेस के नाम से मशहूर पाकिस्तान के पूर्व तेज गेंदबाज शोएब अख्तर अपनी तेज रफ्तार गेंदबाजी के लिए जाने जाते हैं। अपने समय में शोएब अख्तर की खतरनाक गेंदबाजी के सामने बल्लेबाजों के पसीने छूट जाते थे। शोएब अख्तर आए दिन सोशल मीडिया पर एक्टिव रहते हैं इसी बीच उन्होंने इंस्टाग्राम स्टोरी पर सवाल-जवाब के दौरान एक फैन को ऐसा जवाब दिया कि सोशल मीडिया पर बवाल मचा है। दरअसल एक फैन ने अख्तर से पूछा अगर वह 2011 वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल मैच में भारत के खिलाफ खेलते तो क्या 161.3 किलोमीटर प्रति घंटे घंटे से फेंकी गई अपनी सबसे तेज गेंद का रिकॉर्ड तोड़ते? इस पर शोएब अख्तर ने कुछ ऐसा जवाब दिया कि भारतीय फैंस को राश नहीं आया।

शोएब अख्तर ने कहा

इंस्टाग्राम पर शोएब अख्तर ने फैन का जवाब देते हुए कहा कि अगर मैं सेमीफाइनल मैच खेलता और 161.3 वाला रिकॉर्ड नहीं भी तोड़ पाता पर कुछ खिलाड़ियों के पैर अंगूठा या पसलियां जरूर तोड़ डालता। आपको याद होगा कि साल 2011 वर्ल्ड कप सेमीफाइनल में टीम इंडिया ने पाकिस्तान को 29 रनों से हराया था। इस मैच में शोएब अख्तर को प्लेइंग इलेवन में शामिल नहीं किया गया था इसे लेकर काफी बवाल मचा था।

साल 2011 के वर्ल्ड कप सेमीफाइनल में टीम इंडिया ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया। बल्लेबाजी करते हुए भारत ने 50 ओवरों में 9 विकेट के नुकसान पर 260 रन बनाए। बैटिंग करने उतरी पाकिस्तान की पूरी टीम 49.5 ओवर में 231 रनों पर ही सिमट गई और भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ मैच जीतकर फाइनल में प्रवेश कर लिया। इस मैच में सचिन तेंदुलकर को शानदार बल्लेबाजी करने के लिए मैन ऑफ द मैच चुना गया था।

बता दें कि साल 2003 के विश्व कप में अख्तर ने इंग्लैंड के खिलाफ न्यूलैंड्स में हुए मैच में दुनिया की सबसे तेज रफ्तार गेंद फेंकने का रिकॉर्ड बनाया था। शोएब अख्तर ICICI अंतरराष्ट्रीय मैच में ऐसे पहले गेंदबाज हैं जिन्होंने 100 मील प्रति घंटा की रफ्तार से गेंदबाजी की।

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