पटना में इस जगह चला सरकार का बुलडोजर, 14 बुलडोजर और हजारों पुलिस फोर्स मौजूद; देखें विडियो

बिहार सरकार ने अतिक्रमण के खिलाफ बड़ा अभियान शुरू कर दिया है। राजधानी पटना में राज्य आवास बोर्ड की भूमि पर बने मकानों को ध्वस्त किया जा रहा है। अतिक्रमण के विरुद्ध प्रशासन की बड़ी मुहिम राजधानी के नेपाली नगर, राजीव नगर, दीघा क्षेत्र में बुधवार की सुबह से शुरु हो गया। प्रशासन लगभग डेढ़ दर्जन जेसीबी लेकर पहुंची है। सुबह के समय ही पूरे इलाके में लगभग 2000 पुलिस वालों को नियुक्त किया गया था। प्रशासन के बड़े अधिकारियों की देखरेख में मकानों को ध्वस्त करने का अभियान जैसे शुरू हुआ वैसे ही भारी विरोध का सामना करना पड़ा। सिटी एसपी अंबरीश राहुल, पुलिस महकमे की प्रिया कुमारी चौधरी सहित कई पुलिसकर्मियों एवं आम लोगों को गंभीर चोटें आई जिसके बाद हवाई फायरिंग शुरू हुआ। भीड़ को नियंत्रित करने के लिए आंसू गैस के गोले दागे गए।



जब लोगों ने सुबह 10 बजे के बाद भारी विरोध करना शुरू किया तो प्रशासन ने जेसीबी मशीन को पीछे करना शुरू कर दिया। अधिकारी हो या पुलिस से सभी पीछे हो गए। स्थानीय लोगों ने ग्राउंड फ्लोर की बिल्डिंग में गैस सिलेंडर में आग लगा दी। प्रशासन को रोकने के लिए और कामों में बाधा डालने के लिए स्थानीय लोगों ने कई तरकीब अपना है। पत्थर चला कर और आग लगाकर अभियान को रोकने की कोशिश हुई लेकिन प्रशासन ने आंसू गैस के गोले दागे। कुछ लोगों पर जमकर लाठीचार्ज भी हुआ और कुछ को गिरफ्त में लिया गया। प्रशासन की मानें तो बिहार राज्य हाउसिंग बोर्ड की भूमि पर इन लोगों ने अवैध कब्जा कर रखा है।



बता दें कि प्रशासन ने लगभग एक महीने पूर्व ही इन सभी मकानों को ध्वस्त करने के लिए संबंधित भूमि मालिकों को नोटिस दे दिया था। इसके बाद लोगों ने आंदोलन शुरू किया। प्रशासन से उन लोगों ने गुहार भी लगाई थी। उनका तर्क था कि नगर निगम को मकान के लिए टैक्स देते हैं। इसके बावजूद भी उनका घर तोड़ा जा रहा है। अंचल अधिकारी ने घर के कागजातों को देखा था। इसके बाद उन्हें एक हफ्ते का वक्त देकर खुद ही मकान तोड़कर हटाने को कहा गया था। ऐसा नहीं होने पर मकान को प्रशासन के द्वारा ध्वस्त करने और जुर्माना भी लगाने की बात कही गई थी।

प्रशासन ने बन रहे मकानों को टारगेट किया है। इस इलाके में बहुत जमीन खाली है और कई मकानें लगातार बन रही है। पटना के इस क्षेत्र में सरकारी जमीन पर हजारों मकान बने हुए हैं, लेकिन प्रशासन इन दिनों केवल एक चिन्हित इलाके के लगभग 70 मकानों को ध्वस्त करने की प्लान में है। पूरी सतर्कता के साथ प्रशासन धीरे-धीरे अपने काम को अंजाम दे रहा है।इलाके के लोगों में प्रशासन के प्रति काफी रोष है। वे किसी भी परिस्थिति में अपने मकान को टूटने नहीं दे रहे हैं। प्रशासन की टीम पर लगातार पत्थरबाजी हो रही है। प्रशासन के काम में बाधा डालने के लिए लोगों ने रास्ते में आग लगा दी, तो कई लोगों ने महिला पुलिसकर्मियों को निशाना बनाया।