गर्व से कहो बिहार से है… बरौनी रिफाइनरी में तैयार होने लगा फ्लाइट का ईंधन, जाने क्या है नई तैयारी

Flight Fuel at Barauni Refinery: बिहार के बेगूसराय में स्थित बरौनी रिफायनरी को लेकर एक बड़ी खबर सामने आई है, जिसके मुताबिक अब बरौनी रिफाइनरी में हवाई जहाज का इंधन उत्पादन के साथ इंजॉय यूनिट से बरौनी मार्केटिंग टर्मिनल तक एयर जेट A-1 फ्यूल के पहले बैच के डिस्पैच का ऑनलाइन शुभारंभ शुक्रवार से शुरू हो गया है। खास बात यह है कि अब इसी के साथ बरौनी रिफाइनरी से उत्पादित हवाई ईंधन से हवाई जहाज उड़ान भरते नजर आएंगे।

गौरतलब है कि इस बात की जानकारी खुद बरौनी रिफाइनरी के कार्यपालक निदेशक आरके झा द्वारा साझा की गई है। उन्होंने बताया कि बरौनी रिफाइनरी के अधिकारियों एवं कर्मचारियों की उपस्थिति में बरौनी रिफायनरी के एटीएफ टैंक 241 के वॉल्व को खोलकर बरौनी रिफायनरी से पाइप लाइन के माध्यम से एटीएस को बरौनी मार्केटिंग टर्मिनल से डिस्पैच किया जाएगा।

स्वदेशी तकनीक indJet पर है आधारित

इस नई उपलब्धि के बाद अब एटीएस का उत्पादन बरौनी रिफाइनरी के नए इंजेक्ट यूनिट से भी किया जाएगा। बता दें यह यूनिट स्वदेशी तकनीक indJet पर आधारित है, जिसका अनुसंधान इंडियन ऑयल में सर सीआईएल और r&d सेंटर द्वारा किया गया है। खास बात यह है कि इस तकनीक के लिए कम तापमान और निम्न दबाव की आवश्यकता है। इसी के साथ हाइड्रो उपचार प्रक्रिया का इस्तेमाल कर यह केरो फीड स्ट्रीम से मर्कैप्टन को हटाती है।

मालूम हो कि एटीएफ़ के साथ-साथ इस इंडजेट यूनिट को पाइपलाइन कम्पेटिबल केरोसिन (PCK) के उत्पादन के लिए भी डिज़ाइन किया गया है। इसके इस डिजाइन के साथ काम करने के लिए इसमें सल्फर 8ppmw की आवश्यकता होती है। बता दे इस इंडजेट यूनिट को जून 2022 में कमीशन किया गया था और फिर इसके बाद सितंबर 2022 में इसे एटीएफ़ का सर्टिफिकेशन मिला।

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गौरतलब है कि डिफेंस ग्रेड के एटीएफ की आपूर्ति करने के लिए, सीईएमआईएलएसी यानी सैन्य उड़ान योग्यता और प्रमाणन केंद्र के साथ-साथ डीजीएक्यूए यानी वैमानिकी गुणवत्ता आश्वासन महानिदेशालय की वैधानिक स्वीकृति अक्टूबर 2022 और नवंबर 2022 में हासिल हुई है, जोकि अपने आप में एक बड़ी उप्लब्धि है।

कहां-कहां सप्लाई होता है बरौनी रिफ़ाइनरी का ईंधन

जानकारी के मुताबिक बरौनी रिफ़ाइनरी से उत्पादित एटीएफ पटना, गया, दरभंगा के साथ-साथ नेपाल के हवाई अड्डों पर भी सप्लाई किया जाता है। ऐसे में ये तो साफ है कि बरौनी में बना एटीएफ इन हवाई अड्डों पर भी इस्तेमाल किया जाता है।

इस कामयाबी पर बरौनी रिफ़ाइनरी टीम की सराहना करते हुए इसके अध्यक्ष एम एम वैद्य ने कहा, ‘यह एक ऐतिहासिक अवसर है कि इंडियन ऑयल की बरौनी रिफ़ाइनरी बिहार के साथ-साथ नेपाल के हवाई ईंधन की ज़रूरत को पूरा कर रहे हैं। इंडजेट यूनिट इंडियन ऑयल की ओर से विकसित स्वदेशी तकनीक पर आधारित है जो मेक इन इंडिया पहल के साथ प्रधानमंत्री के आत्मनिर्भर भारत के सपने को साकार करने की दिशा में एक बड़ा कदम हैं।

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