Z+, Y+, Z सुरक्षा क्या है और क्या है इनके बीच का अंतर जानते है आप, नहीं पता तो यहां देखें

Security Categories In India: आपने देश के कई बड़े बिजनेसमैन, कई बड़े दिग्गज नेताओं की अलग-अलग सिक्योरिटी कैटेगरी के बारे में सुना होगा, जिसके तहत इन्हें सुरक्षा मुहैया कराई जाती है। इस कड़ी में हाल ही में बिहार के कद्दावर नेता उपेंद्र कुशवाहा को भी केंद्र सरकार की ओर से Y+ कैटेगरी की सुरक्षा दी गई है। दरअसल उपेंद्र कुशवाहा ने हाल ही में जेडीयू से बगावत करने के बाद राष्ट्रीय लोग जनता दल नाम से एक नई पार्टी बनाई है, जिसके बाद उन्हें 11 कमांडो की तैनाती वाली Y+ कैटेगरी सुरक्षा दी गई है। ऐसे में आइए हम आपको Z+, Z, Y+, Y, X और VVIP कैटेगरी की सिक्योरिटी और इसकी सुविधाओं के बारे में डिटेल में बताते हैं।

Security Categories In India

भारत में किस किस कैटेगरी में मिलती है सुरक्षा

भारतीय कानून के द्वारा देश के हर राज्य की पुलिस लोगों की सुरक्षा का कार्यभार संभालती है। बात खास सुरक्षा कैटेगरी की करें तो बता दें कि यह सुरक्षा उन लोगों को दी जाती है, जिन्हें किसी भी तरह की कोई जान का खतरा होता है। सुरक्षा एजेंसी व्यक्तियों के जान के खतरे को देखते हुए उसके आधार पर उन्हें सुरक्षा मुहैया कराती है। भारत में आमतौर पर 5 तरह की वीवीआईपी सुरक्षा कैटेगरी होती है जिसमें Z+, Z, Y+, Y, X और VVIP कैटेगरी की सिक्योरिटी की सुरक्षा शामिल है।

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क्या होती है Z+ सिक्योरिटी?

भारत में Z+ सिक्योरिटी सबसे हाईएस्ट कैटेगरी की सुरक्षा श्रेणी मानी जाती है। Z+ सुरक्षा से संबंधित व्यक्ति के पास 10 से ज्यादा एनएसजी कमांडो और पुलिसकर्मी समेत कुल 15 ट्रेंड जवानों को तैनात किया जाता है। यह सभी कमांडो 24 घंटे व्यक्ति के चारों तरफ अपनी सुरक्षा का दायरा अपनी पैनी नजरों के साथ बिठाए रखते हैं। सुरक्षा में लगा हर कमांडो मार्शल आर्ट की स्पेशल ट्रेनिंग लेकर आता है। इसके साथ ही इस जत्थे में आधुनिक हथियार भी शामिल होते हैं। बता दे भारत के अंतर्गत सुरक्षा पाने वाले लोगों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और आरएसएस के प्रमुख मोहन भागवत सहित कुछ अन्य लोगों का नाम भी शामिल है।

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क्या है Z सिक्योरिटी?

Z+ सिक्योरिटी के बाद दूसरे नंबर पर Z सिक्योरिटी आती है। यह उससे थोड़ी सी अलग होती है। इस सुरक्षा के दायरे में व्यक्ति के आसपास 6 एनएसजी कमांडो के साथ कुल मिलाकर 22 पुलिसकर्मी तैनात होते हैं। यह सुरक्षा दिल्ली पुलिस आईटीबीपी या सीआरपीएफ के जवानों द्वारा मुहैया कराई जाती है। बता दे इस कैटेगरी में कंगना रनौत, बाबा रामदेव सहित कुछ नेताओं और अभिनेताओं के नाम भी शामिल है।

क्या है Y+ सिक्योरिटी?

बात Y+ सिक्योरिटी के सुरक्षा दायरे की करे तो बता दे कि इस घेरे में 11 सुरक्षाकर्मी शामिल होते हैं। इनमें एक या दो कमांडो और दो पीएसओ शामिल होते हैं। इसके साथ ही इस रक्षा के दायरे में कुछ पुलिसकर्मी भी तैनात होते हैं। बिहार के कद्दावर नेताओं में शामिल उपेंद्र कुशवाहा को हाल ही में सरकार की ओर से यही सुरक्षा का दायरा दिया गया है।

क्या है Y सिक्योरिटी

बात Y सुरक्षा कैटेगरी की करें तो बता दें कि इसमें एक या दो कमांडो सहित कुल 8 जवान व्यक्ति के लिए सुरक्षा कवच बनाते हैं। इस सुरक्षा के दायरे में दो पर्सनल सिक्योरिटी ऑफिसर भी दिए जाते हैं। भारत की सुरक्षा दायरे में आने वाले लोगों की संख्या सबसे ज्यादा है।

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क्या है X सिक्योरिटी?

X सिक्योरिटी सुरक्षा के दायरे की बात करें तो बता दे कि इसमें दो सशस्त्र पुलिसकर्मियों को तैनात किया जाता है। यह सुरक्षा पर्सनल सिक्योरिटी ऑफिसर द्वारा दी जाती है। भारत में X सुरक्षा में आने वाले लोगों की संख्या भी बहुत ज्यादा है।

क्या होती है VVIP सिक्योरिटी?

VVIP सिक्योरिटी दायरे की बात करें तो बता दे कि भारत में वीवीआईपी लोगों को कई सुरक्षा एजेंसियों द्वारा अलग-अलग कैटेगरी से सुरक्षा दी जाती है। इसमें एसपीजी, एनएसजी, आईटीबीपी और सीआरपीएफ जैसी कई एजेंसियों की सिक्योरिटी सुरक्षा शामिल होती है। इस सुरक्षा को लेने के लिए सरकार को एक एप्लीकेशन भी देनी पड़ती है। इसके बाद खुफिया एजेंसी व्यक्ति को होने वाले खतरे का अंदाजा लगाते हुए उसे सुरक्षा मुहैया कराती है। बता दे इस सुरक्षा कैटेगरी का दायरा गृह सचिव, डायरेक्टर जनरल और चीफ सिक्योरिटी की कमेटी तय करती है।

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