पटना मे लाखो का बंगला, 6 कंपनियां, कुछ ऐसी लाइफस्टाइल जीते है चिराग पासवान

लोक जनशक्ति पार्टी में टूट हो गई है. पार्टी के ही कुछ सांसदों ने गुट बनाकर राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान को ही पद से हटा दिया। तो चिराग पासवान ने 5 सांसदों को पार्टी से ही बाहर का रास्ता दिखा दिया। फिल्म अभिनेता से राजनेता बने चिराग पासवान के सामने अब बड़ी मुश्किलें खड़ी हो गई है। पूर्व केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान के निधन बाद उनकी पार्टी बिखरती ही जा रही है। अब तक तो आप सिर्फ यह जानते थे कि चिराग पासवान अभिनेता से राजनेता बने शायद ही आपको यह बात पता होगा कि चिराग कई कंपनियों के साथ-साथ NGO भी चलाते हैं।

बचपन से एक्टिंग का था शौक

चिराग पासवान अपने बचपन के ही दिनों से स्कूल में तमाम नाटकों में हिस्सा लिया करते थे। इसी शौक को आगे बढ़ाते हुए उन्होंने बॉलीवुड में किस्मत आजमाएं। साल 2011 में उन्होंने फिल्म “मिले ना मिले हम” से बॉलीवुड करियर की शुरुआत की इस फिल्म में चिराग के ऑपोजिट कंगना थी। हालांकि यह फिल्म बॉक्स ऑफिस पर कुछ खास कमाल नहीं कर पाई यह फिल्म चिराग की पहली और आखिरी फिल्म रही।

बॉलीवुड में सफलता ना पाने के बाद उन्होंने राजनीति की दुनिया में कदम रखा। चिराग पासवान ने साल 2012 में राजनीति में एंट्री ले ली। एक इंटरव्यू के दौरान उन्होंने कहा कि बॉलीवुड के मुकाबले पॉलिटिक्स उनके लिए कंफर्ट जोन है उन्होंने यह भी कहा कि पापा की बीमारी के चलते वह राजनीति में आने को मजबूर हुए।

2014 के आम चुनाव में चिराग पासवान को जमुई संसदीय क्षेत्र से टिकट मिला इस अखाड़े में उन्होंने राजद के दिग्गज नेता को धूल चटाई। चिराग पासवान इसी सीट पर साल 2019 में जमुई से दोबारा लोकसभा सांसद चुने गए। आपको बता दें चिराग पासवान रामविलास पासवान की दूसरी पत्नी रीना के बेटे हैं , उनकी बहन का नाम निशा पासवान है।

छह कंपनियों के मालिक हैं चिराग पासवान

2019 के आम चुनाव में जमा हलफनामा के अनुसार चिराग छह कंपनियों के मालिक हैं। उनके पास तकरीबन 1.84 करोड की प्रॉपर्टी है। चिराग ने चुनाव आयोग को यह भी बताया कि उनके पास दो गाड़ियां एक जिप्सी और एक फॉर्च्यूनर है। वही पटना में करीब 90 लाख कीमत का एक बंगला भी उनके पास है।

NGO के जरिए करते हैं गरीब बच्चों की मदद

“चिराग पासवान फाउंडेशन” के नाम से चिराग एक एनजीओ भी चलाते हैं जो गरीब और असहाय बच्चों की पढ़ाई लिखाई के लिए काम करता है। आपको बता दें कि चिराग पासवान का यह एनजीओ आर्थिक रूप से कमजोर और जरूरतमंद युवाओं को नौकरी प्रदान करने की दिशा में भी उनकी मदद करता है।

Manish Kumar

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