नारियल की खेती (Coconut Farming) पूरे देश में प्रचलित है, क्योंकि नारियल धार्मिक एवं स्वास्थ्य दोनों ही नजरियों से बेहद महत्वपूर्ण माना जाता है। नारियल का इस्तेमाल पूजा-पाठ से लेकर बीमारी से निजात तक के कई मामलों में किया जाता है। इतना ही नहीं जब शरीर में डि-हाइड्रेशन की परेशानी होती है, तो डॉक्टर नारियल पीने की सलाह देते हैं। बात इम्यूनिटी की हो तो भी नारियल पानी सेहत के लिए लाभदायक है। दूसरी ओर हिंदू धर्म में नारियल का इस्तेमाल हर पूजा-पाठ में और हर शुभ कार्य के शुभारंभ में किया जाता है। ऐसे में यह तो फिक्स है कि नारियल की खेती करना कभी घाटे का सौदा नहीं होगा।
नारियल की खेती देती है बेहतर प्रॉफिट
अगर आप नारियल की खेती करना चाहते हैं तो हम बता दें कि यह वन टाइम इन्वेस्टमेंट के साथ आपको 80 साल के प्रॉफिट का इंश्योरेंस देता है। कम कीमत में ज्यादा पैसे कमाने के लिए नारियल की खेती करना सबसे बेस्ट तरीका है। नारियल का पेड़ आपको कई प्रजातियों में पूरे साल फल देता है। खास बात यह है कि एक नारियल का पेड़ 80 साल तक फल देता है। ऐसे में इसे वन टाइम इन्वेस्टमेंट के साथ 80 साल का प्रॉफिट इंश्योरेंस कहना गलत नहीं होगा।
नारियल की खेती करने में कम लागत और कम मेहनत होती है। दुनिया भर में सबसे ज्यादा नारियल का उत्पादन भारत में ही किया जाता है। देश के 21 राज्यों में नारियल की खेती की जाती है। खास बात यह है कि इसकी खेती करने के लिए आपको महंगे कीटनाशक और खाद की जरूरत भी नहीं पड़ती, जिससे आप कम लागत में नारियल के पेड़ की खेती कर सकते हैं और अच्छा प्रॉफिट कमा सकते हैं।
नारियल की खेती करने के लिए इसके पौधे लगाए जाते हैं। यह लगभग 9 से 12 महीने में पूरे हो जाते हैं, जो जून से सितंबर के बीच लगाए जाते हैं। नारियल के पौधों के बीच 15 से 20 फीट की दूरी रखी जाती है। इसके साथ ही इस बात का भी ध्यान रखा जाता है कि नारियल के पौधे के आसपास ज्यादा पानी ना हो, नहीं तो पेड़ सड़ सकते हैं। नारियल की खेती में कम इन्वेस्टमेंट कम मेहनत के जरिए ज्यादा और लॉन्ग टर्म प्रॉफिट कमाया जा सकता है।