BPSC EXAM: पीटी परीक्षा से जुड़ा निगेटिव मार्किंग नियम, जानें एक सवाल पर तुक्का लगाना कितना पडेगा भारी

BPSC Exam New Rule: बिहार लोक सेवा आयोग (Bihar Public Service Commission) से जुड़ी एक नई जानकारी सामने आई है, जिसके मद्देनजर बीपीएससी परीक्षा में एक नया नियम (BPSC Exam New Rule) जुड़ने वाला है। इसके साथ एग्जाम पैटर्न में काफी बड़ा बदलाव होगा। दरअसल प्रश्नपत्र लीक होने से रोकने व परीक्षार्थियों की सुविधा के लिए अब परीक्षा लेने की प्रक्रिया में बदलाव किया जा रहा है। साथ ही एग्जाम पैटर्न में भी बदलाव किया गया है। ऐसे में अब तुक्का मारने वाले अभ्यर्थियों के लिए बीपीएससी पीटी परीक्षा आसान नहीं होगी। उन्हें नेगेटिव मार्किंग (Negative Marking Rule In BPSC Exam) के चलते भारी नुकसान झेलना पड़ सकता है।

क्या है बीपीएससी परीक्षा नेगेटिव मार्किंग रूल

बीपीएससी ने अपने परीक्षा पैटर्न में बड़ा बदलाव किया है, जिसके तहत आगामी परीक्षाओं में अब यह बदलाव भी नजर आएगा। 67 वी पीटी परीक्षा में अब नए तरीके से प्रश्न सेट किए जाएंगे। इसके साथ ही यह पहली बार होगा जब बीपीएससी परीक्षा में नेगेटिव मार्किंग की जाएगी। पहले से नेगेटिवमार्किंग ना होने के कारण अभ्यार्थी तुका मार कर कई सवालों का जवाब दे देते थे, लेकिन अब उन्हें इस तरह से जवाब देना भारी पड़ सकता है।

इस तरह से होगी नेगेटिव मार्किंग

बदले गए नियम के मुताबिक बीपीएससी प्री परीक्षा में 2 तरीके से प्रश्न पूछे जाएंगे। इस कड़ी में 150 प्रश्नों में अब 50 प्रश्न ऐसे होंगे, जो कठिन प्रश्नों की श्रेणी में रहें।गे बता दे इन प्रश्नों के लिए एक के बदले 2 अंक तय किए गए हैं। यानी इन सवालों का सही जवाब देने वाले अभ्यार्थी को 2 अंक मिलेंगे, लेकिन अगर सवाल का जवाब गलत दिया तो अंक कट जाएंगे। यानी आप को नेगेटिव मार्किंग की मार झेलनी पड़ेगी। इसके साथ ही परीक्षा पत्र में कठिन प्रश्नों को अलग से ही चिन्हित किया जाएगा। इस बदले हुए नियम के बाद यह समझ ले कि अगर आपको जवाब नहीं पता, तो तुक्का लगाने से जरूर बचे।

कितने अंकों की होगी बीपीएससी पीटी परीक्षा

68वीं संयुक्त प्रतियोगिता परीक्षा के पीटी में 150 प्रश्नों में ऐसे कठिन प्रश्नों की संख्या 50 निर्धारित की गई है। हर सेक्शन में प्रश्नों के ऐसे कठिन प्रश्न शामिल होंगे, जिन्हें एक के बजाय 2 अंक का रखा गया है। पीटी परीक्षा में कुल 200 अंक की परीक्षा होगी, जबकि प्रश्नों की संख्या पहले की तरह ही 150 रहेगी। इससे जो मेधावी छात्र हैं उन्हें समस्या नहीं आएगी, लेकिन जिन्हें तुक्का मारकर परीक्षा देने की आदत है उन लोगों को मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है।

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