दरभंगा मे बनेगा बिहार का दूसरा AIIMS,100 सीटों पर MBBS और 60 सीटों पर नर्सिंग की होगी पढ़ाई

उत्तर बिहार के प्रमुख शहर और मिथिलांचल इलाके की हृदयस्थली के रूप में मशहूर दरभंगा के लिए राज्य सरकार की तरफ से बड़ी घोषणा की गई है। राज्य के कैबिनेट बैठक में सरकार ने दरभंगा एम्स के लिए जमीन ट्रांसफर करने के प्रस्ताव को स्वीकृति दे दी है।

100 सीटों पर MBBS और 60 सीटों पर नर्सिंग की होगी पढ़ाई

बिहार सरकार की तरफ से दरभंगा में बहुप्रतीक्षित एम्स के लिए केंद्र को 200 एकड़ से ज्यादा जमीन हस्तांतरित कर दी है। बता दे कि दरभंगा में डीएमसीएच के अलावा यह एक बड़ा अस्पताल होगा, जिससे पूरे उत्तर बिहार के लोगों को चिकित्सा सुविधा मिल सकेगी। अस्पताल का निर्माण कार्य पूरा हो जाने के बाद ओपीडी में एक दिन में 2500 मरीजों का इलाज हो सकेगा। इसके अलावा यहां 100 सीटों पर एमबीबीएस और 60 सीटों पर बीएससी नर्सिंग की पढ़ाई भी हो सकेगी।

5 वर्ष पूर्व ही दरभंगा एम्स की स्थापना को लेकर की गई थी घोषणा

स्वास्थ्य के क्षेत्र में बेहतर इंफ्रास्ट्रक्चर की दिशा में दरभंगा एम्स की स्थापना को बेहद अहम माना जा रहा है। लगभग 5 वर्ष पूर्व ही दरभंगा एम्स की स्थापना को लेकर घोषणा की गई थी, लेकिन इस दिशा में कोई खास प्रयास नहीं किया गया, जिसके कारण स्थानीय लोगों में काफी नाराजगी भी है। दो महीने पूर्व स्थानीय छात्र संगठन मिथिला स्टूडेंट्स यूनियन ने दरभंगा एम्स की स्थापना के लिए घर-घर से ईंट लाने का बड़ा अभियान छेड़ा था। दरभंगा एम्स के लिए केंद्र सरकार को 200 एकड़ जमीन हस्तांतरण की प्रक्रिया को मंजूरी दे दी गई है।

दरभंगा एम्स के निर्माण और यहां की सुविधाओं के बारे में आप इन 10 बिंदुओं में सब कुछ जान सकते हैं…

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  1. बिहार सरकार दरभंगा एम्स के लिए 200.02 एकड़ जमीन केंद्र को ट्रांसफर करने के लिए स्वीकृति दे दी गई है। इस स्वीकृति के बाद दरभंगा प्रखंड में 174.86 और बहादुरपुर प्रखंड की 25.16 एकड़ जमीन केंद्र सरकार को मुफ्त में हस्तांतरित की गई है। दरभंगा में बनने वाला अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान बिहार का दूसरा एम्स होगा, पहला एम्स बिहार की राजधानी पटना के फुलवारीशरीफ में स्थित है।
  2. यहाँ बिहार का दूसरा सबसे बड़ा अस्पताल डीएमसीएच पहले से है, जो मिथिलांचल क्षेत्र का के प्रमुख अस्पताल है। AIIMS बन जाने के बाद उत्तर बिहार के स्वास्थ्य सुविधाओं में महत्वपूर्ण वृद्धि होगी
  3. यहाँ दरभंगा एम्स के निर्माण से आसपास के जिले मधुबनी, समस्तीपुर, बेगूसराय, सीतामढ़ी साथ-साथ पड़ोसी देश नेपाल के लोगों को भी काफी सहूलियत होगी, उन्हें इलाज के लिए पटना, दिल्ली या देश के अन्य शहरों जाने की जरुरत नहीं होगी।
  4. लगभग 5 साल पूर्व केंद्रीय बजट में दरभंगा एम्स की घोषणा की गई थी। शुरू में दरभंगा के डीएमसीएच परिसर के पास ही इसके निर्माण की योजना थी, लेकिन बाद में इस दिशा में कोई कार्य नहीं किया गया।स्थानीय सामाजिक और छात्र संगठनों ने इसके लिए बड़े आंदोलन किए।
  5. स्थानीय स्तर पर दरभंगा एम्स के लिए  किए गए आंदोलनों में जनता ने भी अपनी भागीदारी निभाई। कई राजनीतिक दलों के नेताओं ने भी जल्द से जल्द दरभंगा एम्स के निर्माण की वकालत की थी।
  6. मंत्री संजय कुमार झा ने दरभंगा एम्स के बारे में बताया कि यह अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस होगा, जिसके निर्माण की लागत करीब 1264 करोड़ रुपए होगी। दरभंगा एम्स में 750 बेड होंगे, जहां जटिल बीमारियों का इलाज हो सकेगा।
  7. एमबीबीएस और नर्सिंग की पढ़ाई भी दरभंगा एम्स में  होगी, यहाँ MBBS की 100 सीटों पर पढ़ाई की मंजूरी दी गई है। साथ ही बीएससी नर्सिंग के लिए भी 60 सीटों पर दाखिले को मंजूरी मिल चुकी है।
  8. इसका निर्माण प्रधानमंत्री स्वास्थ्य सुरक्षा योजना के तहत किया जाना है। इस अस्पताल में 15 से 20 सुपर स्पेशियलिटी डिपार्टमेंट भी होंगे। इस अस्पताल की ओपीडी में रोजाना 2500 मरीजों का इलाज हो सकेगा।
  9. अब दरभंगा एम्स बिहार का दूसरा और देश का 22वां एम्स होगा। केंद्र सरकार की योजना सबको स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराने के अंतर्गत देश के दूरदराज इलाकों में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान जैसे अस्पताल बनाने की योजना के तहत ही दरभंगा में एम्स का निर्माण कराया जा रहा है।
  10. दरभंगा एम्स के लिए जमीन आवंटन की प्रक्रिया को मंजूरी मिलती ही बिहार सरकार के कई मंत्रियों और नेताओं ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के प्रति आभार जताया है।
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