बिहार पर्यटन निगम का डबल डेकर जहाज एमवी विहार पटना के गाँधी घाट पर आज भी लगा हुआ है, लेकिन अब यह केवल शोभा की वस्तु बनकर रह गई है। कभी लोग इस जहाज् की बुकिंग कराकर मस्ती किया करते थे पर अब इसकी नीलामी करायी जायेगी। डबल डेकर जहाज एमवी विहार मरम्मत के अभाव मे सड़ गया।
गुरूवार को पर्यटन विभाग के निदेशक मंडल की बैठक होनी थी, जिसमें इसे नीलाम किए जाने पर फैसला लेना था, लेकिन किसी वजह से बैठक टल गई, अब अगले हफ्ते यह बैठक होगी जिसमें इस जहाज की नीलामी पर फैसला होगा। पिछले वर्ष 2018 मे ही पर्यटन विभाग ने इसके नीलामी पर मुहर लगा दिया था, लेकिन नहीं हो सका। पर्यटन विभाग की कोशिश यह है कि इस जहाज की मर्म्मत करके इसे फिर से चलाया जाए, इसके लिए कई बार टेंडर भी निकाला गया लेकिन एजिन्सियो की तरफ से टेंडर नहीं लिया गया।
बता दें कि इस जहाज को कोलकाता से 2009 मे ख़रीदा गया था। उसे खरीदने मे तीन करोड़ की लागत आई थी, जो सारी सुविधाओ से लैस था। खास बात यह है कि 2010 मे इस पर कैबिनेट की बैठक भी हुई थी। 2016 से ही यह जहाज खराब चल रहा है। यह जहाज मे दो इंजन से चलनेवाला है। शुरुआत मे इसके एक इंजन मे कुछ खराबी आ गई थी, जिस पर ध्यान नहीं दिया गया। जहाज गंगा किनारे लगी रही। फिर धीरे धीरे इसके अन्य पार्ट मे भी खराबी आने लगी। अब कोई भी एजेंसी इसके मरम्मत कार्य मे रुचि लेती हुई नज़र नहीं आ रही है।
जहाज कई तरह की सुविधाओ से लैस
बताते चलें कि यह जहाज कई तरह की सुविधाओ से लैस था। एसी, टीवी, फ्रीज, रेस्टोरेंट जैसी सभी सुविधाएं इसमें थी। इसके खराब होने पर नौका विहार के लिए एमवी कौटिल्य को लाया गया। यह 30 सीट वाला है , इसमे डेढ़ सौ का टिकट लगता है। एमवी गंगा विहार जहाज की नीलामी होनी तय मानी जा रही, इसकी नीलामी करके दुसरा जहाज लाया जाएगा।