वह दिन दूर नहीं जब, बिहार के रक्सौल एयरपोर्ट से यात्री हवाई सफर करते दिखेंगे। एयरपोर्ट से हवाई सेवा शुरू करने के उद्देश्य से जिलाधिकारी से सरकार ने रिपोर्ट मांगी है। शीघ्र ही सरकार को रिपोर्ट दी जाएगी। बीते दिनों ही राज्य के बंद पड़े एयरपोर्ट को शुरू करने के लिए मुख्य सचिव के द्वारा बैठक की गई थी। बैठक में रक्सौल हवाई अड्डे के बारे में भी बात हुई। तकरीबन 154 एकड़ भूखंड में फैले इस एयरपोर्ट पर से हवाई सेवा शुरू करने की मांग दशकों से हो रही है।
रक्सौल एयरपोर्ट का सीमा नेपाल से सटा है जिस वजह से भारी तादाद में यात्रियों के आने की संभावना जताई जा रही है। एयरपोर्ट 2 किलोमीटर लंबा जबकि इसकी चौड़ाई 1 किलोमीटर है। वर्तमान में एयरपोर्ट परिसर में सीमा सुरक्षा बल का बीओपी संचालित किया जा रहा है। मालूम हो कि वर्ष 1960 में एयरपोर्ट का निर्माण किया गया। वर्ष 1962 तक योजनाबद्ध तरीके से मेंटेनेंस का भी काम चलता रहा। वर्ष 1968 में एयर सर्विस भी शुरू हुई लेकिन सरकार के उदासीन रवैए के वजह से 1970 के आसपास विमान सेवा पूरी तरह ठप हो गया।
कब तह एयरपोर्ट हो जाएगा चालू
शीर्षत कपिल अशोक (डीएम, पूर्वी चंपारण) कहते हैं कि रक्सौल हवाई अड्डा चलाने को लेकर निरंतर कोशिश किया जा रहा है। नीतीश सरकार को 7 दिनों के अंदर प्रस्ताव दे दिया जाएगा। वहां से निर्देश मिलने के बाद ही आगे का प्रोसेस शुरू होगा। कहा जा रहा है कि वर्ष 2024 से रक्सौल के साथ ही मुजफ्फरपुर के पताही हवाई अड्डे से इलेक्ट्रिक विमान सेवा शुरू हो सकती है। इस बाबत बीते दिनों ही पिफोर कंपनी के निदेशक की ओर से डिप्टी चीफ मिनिस्टर को खत लिखा गया है। कंपनी के डायरेक्टर में खत में लिखा है कि वर्ष 2024 में जेट एयरलाइंस के अलावा इलेक्ट्रिक विमान भी कंपनी ला रही है। नागर विमानन मंत्रालय की ओर से पायलट प्रोजेक्ट के रूप में दोनों हवाई अड्डा से विमान सेवा शुरू कराने का अवसर प्रदान किया गया है। अब शीघ्र ही पीपीपी मोड में एयरपोर्ट की मरम्मत कराई जाए।