बिहार सरकार (Bihar Government) जल्द ही एक नई योजना की शुरुआत करने वाली है, जिसके तहत किसानों और पशुपालकों से सरकार एक दाम पर भारी मात्रा में गोबर (Cow Dung) खरीदेगी। खास बात यह है कि नीतीश सरकार (Nitish Government) से खरीदे हुए गोबर से मीथेन गैस (Government Make Methane Gas from Cow Dung) बनाएगी और फिर इसे एक गांव के लोगों को ही सप्लाई किया जाएगा। इससे ग्रामीण इसका इस्तेमाल कर लाइट जला अपने-अपने घरों को रोशन (Light From Cow Dung) कर सकेंगे। ऐसे में गाय के गोबर का किसानों को दुगना फायदा होगा।
सरकार खरीदेगी गोबर और देगी पैसा-बिजली
राज्य सरकार गोबर से मीथेन बनाने के लिए हर जिले में प्लांट स्थापित करने की तैयारी में जुट गई है। सरकार जल्द ही इस काम को पूरा करने के मद्देनजर तेज रफ्तार से काम कर रही है। बता दे मौजूदा समय में राज्य में पशुओं की संख्या करीबन 2.5 करोड़ से अधिक है, जिनमें कि 1.54 करोड गाय शामिल है। ऐसे में सरकार की इस मुहिम का फायदा लाखों लोगों को हो सकता है।
बता दे नीतीश सरकार गोबर से मीथेन गैस बनाने के लिए गोबर धन योजना शुरू कर रही है। इस योजना के मद्देनजर सामने आई रिपोर्ट के मुताबिक किसानों और पशुपालकों से खरीदे गए गोबर से मीथेन गैस बनाने के लिए प्रत्येक जिले में संयंत्र भी स्थापित किए जाएंगे, जिसकी जिम्मेदारी सरकार की ओर एक एजेंसी को देना चाहती है, जिसके लिए टेंडर प्रक्रिया शुरू हो गई है और राज्य 5 मार्च तक उस एजेंसी का चयन कर लेगी।
मालूम हो कि किसानों से गोबर किस कीमत पर खरीदी जाएगी यह अभी तय नहीं हुआ है। इस योजना के मद्देनजर सरकार बाद में इसकी कीमत तय करेगी। बता दे इसी तरह की योजना छत्तीसगढ़ में भी चल रही है, जहां छत्तीसगढ़ सरकार को उम्मीद है कि गोवर्धन योजना की शुरुआत से ग्रामीणों की अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी और किसान और पशुपालक भी समृद्ध होंगे।
मीथेन गैस बनाने के लिए प्लांट लगाने की जिम्मेदारी राज्य सरकार की ओर से जिला प्रशासन को सौंपी गई है। जिला प्रशासन ही भूमि का चयन करेगा और साथ ही अधिकारियों की मौजूदगी में मजबूत ज्यादातर जिलों में प्लांट के लिए भूमि का चयन कार्य शुरू किया जाएगा। सरकार की ओर से उम्मीद जताई गई है कि 2025 तक बिहार के सभी जिलों में प्लांट उत्पादन शुरू हो जाएगा।