बिहार में ‘किसान ड्रोन’ की शुरुआत, बक्सर में हुआ सफल टेस्ट, अब होगी रोजगार की बहार

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) द्वारा 100 किसान ड्रोन (Kisan Drone) योजना का उद्घाटन कर दिया गया है, जिसके बाद 20 फरवरी को बक्सर (Buxar) में किसान ड्रोन का सफल (c Test) परीक्षण भी किया गया। इस कड़ी में बक्सर के चौसा के गोसाईपुर गांव में ड्रोन का प्रयोग करते हुए खेतों में यूरिया व कीटनाशक दवाओं का छिड़काव किया गया। इस दौरान मौके पर वहां एक्सपोर्ट भी मौजूद रहे। सफल परीक्षण को लेकर एक्सपोर्ट का कहना है कि ड्रोन का उपयोग सिर्फ छिड़काव तक ही सीमित नहीं रहेगा, बल्कि इसके साथ ही खेत के तौर-तरीकों वह रखरखाव में भी बदलाव किया जाएगा।

किसान ड्रोन के सफल परीक्षण को लेकर विशेषज्ञों का कहना है कि किसान ड्रोन के इस्तेमाल से रोजगार के भी कई नए अवसर खुलेंगे। साथ ही इसका इस्तेमाल कृषि में कैसे किया जाएगा और इसके साथ रोजगार की क्या-क्या संभावनाएं खुलकर सामने आएंगी इसे लेकर भी कई बातें कहीं गई। बक्सर में सफल परीक्षण करने वाले एक्सपोर्ट राधेश्याम सिंह जी ने कहा कि यह किसानों को परंपरागत खेती से छुटकारा दिलाएगा और साथ ही इससे किसानों को आराम भी मिलेगा और समय की बचत भी होगी।

Kisan Drone

कैसे काम करता है किसान ड्रोन?

  • बता दे ड्रोन की मदद से बेहद कम समय में पूरे खेत में दवा व उर्वरक का छिड़काव किया जा सकता है। रिपोर्ट के मुताबिक 3.5 एकड़ खेत में छिड़काव करने में एक किसान ड्रोन को 20 मिनट का समय लगता है। यानी 1 एकड़ जमीन में छिड़काव करने के लिए महज 6 मिनट का समय लगेगा।
  • एक किसान ड्रोन में 10 लीटर की टंकी लगी होती है, जो एक बार में 1 एकड़ में फसल में छिड़काव कर सकती है। खास बात यह है कि यह एक हर बार छिड़काव की दवा खत्म होने के बाद दोबारा टंकी भरने पर वापस वहीं से शुरुआत करेगा।
  • इसका सबसे ज्यादा फायदा किसानों को होगा। किसान धूप के बजाय छायादार जगह पर बैठकर 1 किलोमीटर तक अपने खेत में दवा खाद का छिड़काव कर सकते हैं। साथ में इसमें उन्हें किसी मजदूर को लगाने की जरूरत ही नहीं है।Kisan Droneदवा छिड़काव के साथ-साथ स्वास्थ्य पर पड़ने वाले हानिकारक प्रभाव से भी इसके जरिए बचा जा सकता है।
    बात सुरक्षा के नजरिए से करें तो इसमें हाई लेवल सेंसर के कैमरे लगाए गए हैं। यह अपने आसपास के तार व पेड़ को 25 मीटर पहले ही देख लेगा और उससे बचकर खुद अपना रास्ता निकालेगा। बता दे इसमें लगा सेंसर खेतों की नमी के साथ-साथ पौधों में लगने वाले रोगों को भी पहचान सकता है। साथ ही इसके माध्यम से आप अपने लैंड को भी माप सकते हैं।
Also Read:  बिहार : इस दिन से खुल रहा नवादा का ककोलत जलप्रपात, गर्मी में लीजिये कूल-कूल ककोलत झरना का मज़ा

Kisan Drone

whatsapp channel

google news

 

किसान ड्रोन कैसे दिलाएगा रोजगार

  •  किसान ड्रोन से रोजगार के भी नए आयाम खुलेंगे। दरअसल कोई भी किसान इसे खरीदने के लिए आसपास के खेतों में 200 से ₹300 प्रति एकड़ के हिसाब से छिड़काव कर रोजगार कर सकता है।
  • मैट्रिक पास या 18 साल की उम्र के युवा 5 दिन की ट्रेनिंग लेकर इसे उड़ा सकते हैं और रोजगार के लिहाज से इसके जरिए कमाई कर सकते हैं।
  • इसके लिए पूरे देश में 13 से 14 मान्यता प्राप्त कोचिंग सेंटर भी बनाए गए हैं। जो ड्रोन पायलट का प्रमाण पत्र देते हैं। खास बात यह है कि इसमें महिलाओं को भी मौका दिया गया है।
Share on