बिहार से झारखंड को जोड़ने वाली नेशनल हाईवे का होगा चौड़ीकरण, इन जिले को मिलेगा फायदा

बिहार (Bihar) में लगातार नेशनल हाईवे (National Highway) को दुरुस्त करने का सिलसिला जारी है। इसी कड़ी में बिहार से पड़ोसी राज्य झारखंड को जोड़ने वाली मुख्य नेशनल हाईवे का चौड़ीकरण (National Highway Widening Project) करने पर मुहर लग गई है। खास बात ये है कि सड़क चौड़ीकरण में आ रही बड़ी समस्या को भी दूर कर लिया गया है। बता दें कि कटिहार जिले के मनिहारी से पड़ोसी राज्य झारखंड के साहिबगंज (Jharkhand To Sahibganj Road) को जोड़ने वाली इस मुख्य सड़क के चौड़ीकरण (Bihar-Jharkhand Four Lane Road) का कार्य जमीन की कमी के चलते रुका हुआ था। एनएच विभाग को राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग (Revenue and Land Reforms Department) ने पांच हेक्टेयर जमीन सौंप दी है।

कैबिनेट से मिली हाइवे के चौड़ीकरण को मंजूरी

बता दें कि पिछले महीने ही इस प्रस्ताव को राज्य कैबिनेट की बैठक में मंजूरी मिली थी। राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग ने इस संदर्भ में नोटिस जारी कर दिया है। सड़क चौड़ीकरण हो जाने से तेज रफ्तार में गाड़ियां चलेंगी, जिससे कम समय में यात्रा पूरी हो जाएगी। मालूम हो कि कटिहार के मनिहारी प्रखंड से झारखंड के साहिबगंज से संपर्क स्थापित करने वाली यह सड़क काफी महत्वपूर्ण है। मालूम हो कि रोजाना हजारों गाड़ियां इस मार्ग से आवागमन करती है। सड़क चौड़ीकरण पर कुल 2000 करोड़ रुपए खर्च होने का अनुमान है। बता दें मनिहारी अंचल के कुछ हिस्से के सड़क चौड़ीकरण के लिए जमीन की मांग लंबे समय से हो रही थी। वहीं दूसरी ओर, मनिहारी से साहिबगंज के बीच में गंगा नदी के ऊपर चार लेन पुल का निर्माण कार्य भी जारी है।

प्रधानमंत्री मोदी ने रखी थी आधारशीला

गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने निर्माण कार्य की आधारशिला 17 अप्रैल 2017 रखीं थी। यह जमीन मनिहारी अंचल के हंसवर, मोहनपुर, केवाला, बौलिया, मीरगंज, मिर्जापुर, बघार, मोहनपुर आदि गांवों में है। कुछ जमीन सरकार की है, तो कुछ जमीन में गैरमजरूआ है। नीतीश सरकार ने उक्त जमीन मुफ्त में एनएच विभाग को सौंपी है। लेकिन सरकार ने साफ तौर पर कहा है कि किसी कारण सड़क का निर्माण नहीं हो पाता है, तो वापस सरकार को जमीन दे देनी होगी।