बिहार में बन रहा डेडीकेटेड फ्रेट कॉरिडॉर, सोननगर से दानकुनी तक 2000 करोड़ की लागत से होगा तैयार

बदलते बिहार (Growing Bihar) की तस्वीर में जल्द ही एक डेडीकेटेड फ्रेट कॉरिडोर (Dedicated Freight Corridor in Bihar) का नाम भी जोड़ने वाला है। बीते दिनों पूमरे के जीएम अनुपम शर्मा ने इसका ऐलान करते हुए बताया था कि माल ढुलाई को लेकर डेडीकेटेड फ्रेट कॉरिडोर (Dedicated Freight Corridor) का निर्माण कार्य किया जा रहा है, जिसे लेकर निर्देश जारी कर दिए गए हैं। उन्होंने डीएफसीसीआईएल (DFCCIL) के प्रबंधक निदेशक आरके जैन व अन्य अधिकारियों के साथ इस मुद्दे पर बैठक भी की। बैठक में डीडीयू से औरंगाबाद जिले के सोन नगर तक चल रहे कार्य में आरओबी का काम जल्द से जल्द पूरा करने के निर्देश दिए गए।

Freight Corridor in Bihar

बिहार में बन रहा डेडीकेटेड फ्रेट कॉरिडोर

गौरतलब है कि यह डेडीकेटेड फ्रेट कॉरिडोर सोननगर से गया, नेसुबो गोमो, धनबाद होते हुए पश्चिम बंगाल से दानकुनी तक बनाया जाएगा। इसी साल से इसका निर्माण कार्य शुरू हो गया है। बता दे 2000 करोड़ रूपये की लागत से बन रहे डेडीकेटेड फ्रेट कॉरिडोर का काम पूर्व मध्य रेल क्षेत्राधिकार के तहत कराया जा रहा है, जिसमें सभी यूटिलिटी शिफ्टिंग का काम जल्द से जल्द पूरा करने के निर्देश दिए गए हैं, ताकि सोननगर से दानकुनी तक का कार्य तीव्र गति से पूरा किया जा सके।

Freight Corridor in Bihar
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मालूम हो कि माल ढुलाई को सुगम बनाने के लिए पहले से स्थापित रेल लाइन पर बढ़ रहे दबाव को कम करने के मद्देनजर रेलवे के अनुषंगी इकाई डीएफसीसीआईएल दो डेडीकेटेड फ्रेट कॉरिडोर का निर्माण हो रहा है। बता दे पूर्वी डेडीकेटेड फ्रेट कॉरिडोर 1856 किलोमीटर रेल मार्ग द्वारा पंजाब के साहनेवाल से पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, बिहार और झारखंड राज्य से होकर गुजरेगा।

Freight Corridor in Bihar
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इसके साथ ही यह पश्चिम बंगाल के दानकुनी को भी इसमें जोड़ेगा। डेडीकेटेड फ्रेट कॉरिडोर योजना का बिहार राज्य में विस्तार 239 किलोमीटर का है। डेडीकेटेड फ्रेट कॉरिडोर शुरू होने से इस ट्रैक पर माल गाड़ियों का परिचालन तेजी से हो सकेगा और सामानों की ढुलाई के काम में बड़े स्तर पर मदद मिलेगी।

Kavita Tiwari