बिहार सरकार के खनन मंत्री जनक राम के ओएसडी मृत्युंजय कुमार के ठिकानों पर विशेष निगरानी इकाई की टीम द्वारा छापेमारी अभियान चलाया गया, जिसमें करोडो़ की संपत्ति देख अधिकारी भी हैरत में हैं। प्राप्त जानकारी के मुताबिक, ओएसडी की एक परिचित महिला तथा एक अन्य शख्स के ठिकानों पर भी अधिकारी द्वारा छापेमारी की जा रही है। बुधवार की सुबह ही निगरान टीम ने पटना के अलावा कटिहार और अररिया में भी छापेमारी शुरू की है। सूत्रों से जानकारी प्राप्त हुई है कि छापेमारी के दौरान करोड़ों रुपए की संपत्ति मिली है।
विशेष निगरानी इकाई की टीम द्वारा खनन विभाग के ओएसडी मृत्युंजय कुमार के ठिकानों के अलावा धनंजय कुमार नाम के शख्स और महिला मित्र रत्ना चौधरी आवास पर भी छापेमारी किया जा रहा है। न्यायालय से अनुमति मिलने के बाद यह छापेमारी अभियान चलाया जा रहा है। अगर सूत्रों की माने तो बालू के अवैध धंधे से होने काली कमाई के खिलाफ यह कारवाई की गई है। बिहार में खनन विभाग के मंत्री भाजपा के जनक राम हैं।
एसपी से लेकर सिपाही तक आए हैं जद में
पिछले तीन से चार महीने में बालू के अवैध धंधे से काली कमाई करके मालामाल हुए आइपीएस अफसरों तथा अन्य कई बड़े अफसरों के ठिकानों पर छापेमारी किया जा चुका है। निगरानी टीम के छापेमारी अभियान के बाद एसपी रैंक के अफसर से लेकर, एसडीओ, एसडीपीओ और सिपाही तक शिकंजे मे आ चुके हैं। देखा जाए तो यह साल बालू के अवैध खनन के नजरिए से काफी बुरा रहा। अवैध खनन से सरकार को काफी राजस्व का नुकसान हुआ है। इतना ही नहीं टेंडर लेने वाली कंपनी द्वारा बीच में ही काम छोड़ दिया गया। इसके अलावा बालू माफिया के साथ मिलीभगत करके कमाई करने वाले अफसरों पर कानूनी कार्रवाई भी करनी पड़ी।