कंडोम भी चाहिए? छात्रा की फ्री Sanitary Pad की मांग पर भड़की IAS ने दिया ऐसा जवाब

बिहार में एक छात्रा द्वारा फ्री सैनिटरी पैड (Free Sanitary Pad) की मांग करने पर एक आईएएस ऑफिसर का गुस्सा इस कदर फूटा कि वह लड़कियों को लेकर अजीबोगरीब बातें कहती नजर आई। एक आईएएस अफसर द्वारा कही गई इन बातों को सुनने के बाद आप भी उनके इस जवाब को बेवकूफी भरा ही कहेंगे। दरअसल जब छात्रा ने फ्री सेनेटरी पैड की मांग की तो आईएएस ऑफिसर (IAS Office On Free Sanitary Pad) ने कहा कि कल कंडोम भी मांगोगी…

क्या है बिहार का ‘कंडोम कांड’

यह पूरा मामला बिहार की राजधानी पटना के कार्यक्रम का है, जहां सशक्त बेटी, समृद्ध बिहार में अफसर और स्टूडेंट के बीच बातचीत चल रही थी। इस दौरान एक छात्रा ने सवाल पूछा कि स्कूलों में फ्री सेनेटरी पैड क्यों नहीं मिलता? छात्रा के इस सवाल का जवाब महिला विकास निगम की एमडी हरजोत कौर ने कुछ ऐसा दिया, जिसने सभी को हैरान कर दिया है।

शर्मनाक है IAS हरजोत कौर का बयान

हरजोत कौर ने कहा 20 से 30 रुपये का सेनेटरी पैड दे सकते हैं। कल को जींस-पैंट दे सकते हैं। परसों सुंदर जूते क्यों नहीं दे सकते हैं? इसके बाद उन्होंने कहा कि अंत में जब परिवार नियोजन की बात आएगी तो निरोध भी मुफ्त में ही देना पड़ेगा। आईएएस अधिकारी हरजोत कौर का यह जवाब एकदम अटपटा और अनावश्यक था। उनके इस जवाब के चलते उन्हें चौतरफा किरकिरी झेलनी पड़ रही है। देश में आज उनके इस बयान को लेकर लोग उनके महिलाओं के प्रति रवैया को लेकर उन्हें लताड़ भी रहे हैं।

देश के किस राज्य में दिये जाते हैं फ्री सैनिटरी पैड

गौरतलब है कि जुलाई में दिल्ली हाईकोर्ट ने दिल्ली सरकार को स्कूलों में फ्री सैनिटरी पैड वितरित करने की हिदायत दी थी। इसके अलावा पंजाब के स्कूलों और कॉलेजों में भी मुफ्त सेनेटरी पैड वितरित करने की योजना चलाई जा रही है। ऐसे में इन आईएएस अफसर साहिबा को यह डाटा जरूर पढ़ना चाहिए।

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इसके अलावा बात दूसरे देशों की करें तो बता दें कि स्कॉटलैंड से लेकर केन्या तक कई ऐसे गरीब देश है, जो महिलाओं के लिए यह सुविधा मुफ्त में मुहैया कराते हैं। खुद भारत सरकार भी इस तरह की योजना चला रही है, जिसके तहत लड़कियों को स्कूल में हर महीने फ्री सैनिटरी पैड दिए जाते हैं और कई जगहों पर ₹1 में एक सेनेटरी पैड दिया जाता है। लेकिन शायद इन अफसर साहिबा ने यह डाटा कभी पढ़ा या सुना ही नहीं है।

कैसे समृद्ध बनेगा बिहार

ऐसे में अब इन आईएएस अफसर साहिबा का यह बयान देश के हर कोने में लोगों के जहन में घूम रहा है और लोग यह सवाल कर रहे हैं कि- इस सोच के साथ आखिर बिहार कैसे समृद्धि बिहार बनेगा…? जहां महिलाओं की सुरक्षा खुद महिला आला अधिकारियों के लिए ही मायने नहीं रखती। जिन्हें यह भी पता है कि देश में लगभग हर साल 8 लाख महिलाओं की मौत पानी की कमी और साफ-सफाई की कमी के कारण होती है।

इतना ही नहीं भारत में इसी वजह से हर साल 2.3 करोड़ बच्चियां स्कूल भी छोड़ देती है, क्योंकि उन्हें पीरियड्स के दौरान कई तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। बिहार की इन आला अधिकारी का यह बयान सुनने के बाद बिहार को सशक्त बनाने की कड़ी में बेटियों को सशक्त बनाने की बिहार की सोच सिर्फ आसमानी नजर आती है।

पीरियड लीव देने वाला पहला राज्य है बिहार

बता दे बिहार में महिलाओं ने बीते दिनों पीरियड लीव के लिए आंदोलन चलाया था, जिसके बाद बिहार देश का पहला ऐसा राज्य बना था जहां महिलाओं को पीरियड के दौरान 2 दिन की लीव देने की शुरुआत की गई थी। ऐसे में इस राज्य में हुआ यह कंडोम कांड शर्मनाक है।

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