बिहार (Bihar) के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) बच्चों को लेकर बेहद गंभीर है। एईएस यानी चमकी बुखार (AES Case In Bihar) से किसी तरह की समस्या उत्पन्न ना हो, इसके लिए पूरी तैयारी होने की बात सीएम नीतीश कुमार ने कही है। इसको लेकर प्रशासन और चिकित्सकों को भी पूरी तरह सतर्क रहने को कहा गया है। लोगों की एडवाइजरी जारी की गई है। पीएम ने कहा कि कितनी गर्मी है, देखी रहे हैं। सभी लेवल पर चमकी बुखार (Chamki Bhukar) के लिए सचेत किया गया है। हमलोग इसको लेकर पहले से ही गंभीर है।
सीएम नीतीश कुमार के आदेश
बीते दिन यानी 14 अप्रैल को डॉक्टर भीमराव अंबेडकर जी की जयंती पर मुख्यमंत्री ने श्रद्धांजलि अर्पित की फिर मीडिया से मुखातिब हुए। मीडिया से बातचीत में चमकी बुखार पर उन्होंने कहा कि कई सालों से ज्यादा इस बार गर्मी पड़ रही है। लोगों के बीच हम इसी गर्मी में घूम रहे हैं। कितनी गर्मी पड़ रही है, हम तो देखते ही हैं।
विदित हो कि हाजीपुर के 5 साल के कुंदन को मुजफ्फरपुर के एसकेएमसीएच अस्पताल में बुधवार को मौत हो गई थी। 11 अप्रैल को कुंदन को अस्पताल में एडमिट कराया गया था। 12 अप्रैल को कुंदन को चमकी बुखार से पीड़ित होने की पुष्टि की गई। जांच रिपोर्ट में यह खुलासा हुआ कि शुगर लेवल नीचे गिर जाने की वजह से चमकी बुखार से कुंदन पीड़ित है। इस वर्ष इस बीमारी से एसकेएमसीएच अस्पताल में दूसरी मौत है।
बिहार में बढ़ रहे चमकी बुखार के मामले
फिलहाल एसकेएमसीएच में एईएस संदिग्ध अन्य पांच बच्चे एडमिट हैं। अबतक इस वर्ष 12 बच्चों में एईएस की पुष्टि हुई है। अकेले मुजफ्फरपुर के चार बच्चे हैं। 10 बच्चे को इनमें से अस्पताल से छुट्टी दी जा चुकी है।
स्वास्थ्य विभाग ने चमकी बुखार पर नियंत्रण करने के लिए राज्य स्तर पर टास्क फोर्स का गठन किया है। टास्क फोर्स सीतामढ़ी, शिवहर, मुजफ्फरपुर, समस्तीपुर, सीवान, गोपालगंज, दरभंगा, मोतिहारी, शिवहर, सारण और बेतिया में एईएस पर होने वाले कार्यों की देखरेख करेगी। जिलों को इस बाबत विभाग ने पत्र भी भेजा है।