बिहार में बिहार पुलिस संशोधन, 2022 विधानमंडल से पास बुलाने के बाद इसके लागू होते ही कई लेवल पर बड़े पुलिस मकानों में फेरबदल की कवायद शुरू हो गई है। नए विधायक के तहत सभी जॉन की व्यवस्था खत्म कर तमाम जिलों को 12 रेंज में डिवाइड कर दिया गया है। अब केवल चार बड़े रेंज में आइजी और बाकी आठ रेंज में डीआइजी के पद सुरक्षित हैं। जोनल आईजी के पद खत्म हो गए हैं। आईजी रेंज के अवसरों को ग्राउंड लेवल पर तैनाती कम कर दी गई है।
IPS कैडर के पदों की संख्या में बढ़ोतरी
दूसरी ओर, हर 5 वर्ष पर होने वाला कैडर का रिव्यु प्रक्रिया भी प्रारंभ हो गया है। हर 5 साल में इसके कैडर का रिव्यू होता है। इससे पूर्व साल 2017 में रिव्यू किया गया था जिसके बाद बिहार में आईपीएस कैडर के स्वीकृत पदों की संख्या में बढ़ोतरी कर 242 कर दी गई। उम्मीद जताई जा रही है कि इस बार के रिव्यू में भी पदों की संख्या बढ़ेगी।
कहां-कहां बढ़ेंगे या घटेंगे पद
किस पद को बढ़ाया जाएगा और कौन-कौन से पद बढ़ेंगे या घटेंगे, मुख्यालय स्तर पर इसको लेकर विचार-विमर्श शुरू हो गया है। केंद्र को इससे जुड़ी हुई प्रस्ताव सौंपा जाएगा। वहां मंथन होने के पश्चात ही इसे अंतिम रूप से हरी झंडी मिलेगी। कहा जा रहा है कि इस प्रक्रिया में एक से डेढ़ महीने का वक्त लगेगा। लेकिन इस बार के दिनों में या कंफर्म है कि आईजी रैंक के कुछ पदों को घटाया जाएगा, काहे की रेंज की व्यवस्था खत्म होने के पश्चात आईजी रेंज की के पदों की संख्या भी कम हो गई है।
इनके पदों को कम करके एसपी और डीआईजी के रैंक में वृद्धि किया जा सकता है। राज्य सरकार की कोशिश है कि डीजी और एडीजी रैंक के पद भी बढ़ाई जाए। इस साल बिहार पुलिस सेवा के अफसरों का भी कैडर रिव्यू जारी है। उम्मीद है कि इनकी संख्या में भी बढ़ोतरी होगी। कहा जा रहा है कि सरकार के इस पहल से कामकाज तेजी से होगा और प्रशासन का दबदबा दिखेगा।